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ATM पर जालसाजों की नजर, आप भी हो सकते हैं Debit card क्लोन के शिकार Panipat News

पानीपत में स्टाफ नर्स के डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर एक लाख की ठगी कर ली गई है। दिल्ली के अलग-अलग एटीएम से रुपये निकाले गए हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 30 Aug 2019 12:12 PM (IST)Updated: Fri, 30 Aug 2019 12:12 PM (IST)
ATM पर जालसाजों की नजर, आप भी हो सकते हैं Debit card क्लोन के शिकार Panipat News
ATM पर जालसाजों की नजर, आप भी हो सकते हैं Debit card क्लोन के शिकार Panipat News

पानीपत, जेएनएन। अगर आप एटीएम से डेबिट कार्ड के जरिए रुपये निकालने जा रहे हैं तो जरा सावधान हो जाइए। कहीं ऐसा न हो कोई जालसाज आप पर नजर रख रहा हो। अगर ऐसा हुआ तो वह आपके डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर खाता खाली कर सकता है। कुछ ऐसा ही करके ठगों ने पानीपत की स्टाफ नर्स के खाते से एक लाख रुपये निकाल लिए।

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 स्टाफ नर्स के डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर ठगों ने 45 मिनट में एक लाख रुपये निकाल लिए। खाते में बकाया 70 हजार रुपये निकालने के लिए 15 बार डेबिट कार्ड से रुपये निकालने की कोशिश की। लेकिन ट्रांजेक्शन लिमिट खत्म होने के कारण असफल हो गए। सिटी थाना पुलिस ने स्टाफ नर्स की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

प्रेम अस्पताल में स्टाफ नर्स है पीडि़ता
खुखराना गांव की संगीता ने बताया कि वह प्रेम अस्पताल में स्टाफ नर्स है। उसका फेडरल बैंक में खाता है। वह ज्यादातर लाल बत्ती चौक और बस स्टैंड के आस-पास मौजूद एटीएम से रुपये निकालती है। 22 अगस्त को उसने कैपिटल स्माल बैंक के एटीएम से आखिरी बार ट्रांजेक्शन किया था। इसके बाद खाते में 1.70 लाख रुपये पड़े थे। 

दिल्ली में निकाले गए रुपये
ठगों ने किसी तरह उसके डेबिट का क्लोन तैयार करके दिल्ली के अलग-अलग एटीएम से 28 अगस्त की रात 11:30 बजे 50 हजार रुपये निकाल लिये। 12 बजते ही दोबारा एटीएम इस्तेमाल किया और फिर खाते से 50 हजार रुपये निकाल लिये।

70 हजार निकालने के प्रयास में कई बार इस्तेमाल किया एटीएम क्लोन
ठगों ने खाते में बचे 70 हजार रुपये निकालने के लिए दिल्ली के नेहरू पैलेस, कालका जी और कई अन्य क्षेत्रों की एटीएम मशीनों 15 बार कार्ड इस्तेमाल किया। लेकिन 50 हजार रुपये की दैनिक लिमिट खत्म होने के कारण वे रुपये निकालने में सफल नहीं हो पाए।

सुबह ट्रांजेक्शन मैसेज देख तो पता चला
स्टॉफ नर्स संगीता ने बताया कि 29 अगस्त की सुबह वह उठी तो मोबाइल पर आए कई ट्रांजेक्शन मैसेज देख ठगी का पता लगा। उन्होंने बताया कि एटीएम पिन, ओटीपी या और कोई अन्य जानकारी किसी को नहीं दी। इसके बावजूद भी ठगी हो गई। 

आरोपित की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे है। जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मोहन लाल, सिटी थाना प्रभारी 


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