FASTag के पहले दिन टोल पर व्यवस्था फेल, लगा लंबा जाम Panipat News
पहले ही दिन फास्टैग प्रणाली वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन गई। आधे से अधिक वाहनों पर फास्टैग नहीं होने से टोल पर लंबी कतार लग गई।
पानीपत, जेएनएन। जीटी रोड और डाहर टोल प्लाजा पर फास्टैग व्यवस्था शुरू हो गई। पहले ही दिन व्यवस्था बेपटरी हो गई। आधे से अधिक वाहनों पर फास्टैग नहीं होने के कारण लंबी कतारें लग गई। एक तरफ जहां वाहन चालक काफी देर तक जाम में फंसे रहे, दूसरी ओर फास्टैग लेने के लिए लोगों को लाइनों में लगना पड़ा। एक दिसंबर के बाद 15 दिन की मोहलत मिलने के बावजूद एनएचएआइ और फास्टैग उपलब्ध कराने वाली कंपनियों के साथ-साथ वाहन मालिकों ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया, जिस कारण यह हालात पैदा हुए।
करनाल रूट पर दो लेन में चालकों की तादाद बढ़ी तो टोलकर्मियों ने दोनों ओर पांच लेन में मैनुअल रसीद काटना शुरू कर दी। हैंड टोल पेमेंट रिसीविंग मशीन देकर दोनों तरफ चार-चार कर्मचारी भी नियुक्त किए। टोल प्लाजा पर बनी चार फास्टैग लेन से एक वाहन को गुजरने में लगभग 8 सेकेंड का समय लगा। जबकि मैनुअल टोल पेमेंट वाली लाइन में वाहन चालकों को इंतजार करना पड़ा। टोलकर्मी दिनभर वाहन चालकों को अलग करने में भागदौड़ करते दिखाई दिए। वाहन चालकों ने टोल प्लाजा की पार्किंग में वाहन खड़े कर दिए। बता दें कि रोजाना पानीपत टोल प्लाजा से लगभग 60 हजार वाहन गुजरते है। रविवार को टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों में लगभग 18 हजार वाहनों पर ही फास्टैग लगे मिले।
22 टोलकर्मी और 63 एस्कॉर्ट गार्ड ने चालकों को किया गाइड
टोल प्लाजा पर वाहन मालिकों और टोलकर्मियों में कोई झड़प ना हो, इसलिए एसपी सुमित कुमार के आदेश पर 63 एस्कॉर्ट गार्ड दिनभर तैनात रहे। 32 और 33 गार्डों की दो टुकडिय़ों ने वाहन चालकों पर नजर रखी। वहीं 22 टोलकर्मियों ने भी चालकों की सही लेन में जाने में मदद की।
नोटबंदी की आई याद
एचडीएफसी बैंक के फास्टैग के लिए चालकों की लंबी कतार लगी दिखी। चालक लव शर्मा ने कहा कि उन्हें दोबारा नोटबंदी की कतार याद आ गई। परेशानी से बचने के लिए वाहन पर फास्टैग लगवाना जरूरी कर दिया गया है।
फास्टैग के बढ़ाए रेट
टोल प्लाजा पार्किंग में दोनों ओर निजी कंपनियों के कर्मचारी फास्टैग बनाते रहे। एसबीआइ की एसजीएल कंपनी के कर्मचारियों ने फास्टैग के रेट 100 रुपये बढ़ा दिए हैं। दो बूथों पर कर्मचारी वाहन चालकों को 700 रुपये में फास्टैग बेचते दिखे। इसमें सिर्फ 100 रुपये की वैल्यू मिल रही थी।
रीचार्ज और लोकल पास के लिए भटकते रहे चालक
ऑनलाइन फास्टैग खरीदने वाले वाहन चालक फास्टैग रीचार्ज करवाने के लिए इधर-उधर भटकते दिखाई दिए। प्राइवेट कंपनियों और बैंकों के कर्मचारियों ने उनकी कोई मदद नहीं की। वहीं कुछ स्थानीय वाहन मालिक वाहनों का लोकल पास बनवाने के लिए भी टोल प्लाजा पर घूमते दिखे। अवकाश के कारण काम नहीं हुआ।
कतार देख बदला रास्ता, गूगल मैप की भी ली मदद
टोल प्लाजा पर लगी वाहनों की कतार देख कई वाहन चालकों ने अपना रूट ही बदल दिया। गूगल मैप की मदद से रास्ता खोजा। समय बचाने के लिए वाहन चालक सेक्टर 18 से होकर गुजरे।
सोशल मीडिया पर भी चर्चा, यूजर उड़ा रहे मजाक
ईब गाड़ी मांग कै ले जान आले रिश्तेदारां का टोल भी गाड़ी मालिक नै ही भरणा होगा। फास्टैग और आधार कार्ड, नोटबंदी के बाद फास्टैग की कतार में लगे वाहन मालिक। कुछ ऐसे ही पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे है।
जिले में पिछले पांच साल में हुई कार और अन्य वाहन खरीद के आंकड़े :
वर्ष कुल वाहन खरीद
2014 8702
2015 11542
2016 7882
2017 8674
2018 10150
2019 10291
चालकों को परेशानी ना हो, इसलिए पहले दिन तीन लाइनों से मैनुअल टोल लिया गया। सोमवार को वाहनों की संख्या के मुताबिक फास्टैग लेन की संख्या घटाई या बढ़ाई जाएगी। फिलहाल टोल प्लाजा पर बिना फास्टैग लगे वाहन चालकों से डबल चार्ज नहीं लिया जा रहा है। वाहन मालिकों को जल्द से जल्द फास्टैग लगवाने के निर्देश दिए हैं।
ईश्वर सिंह, एनएचएआइ टोल मैनेजर।