नंबरदारों को जल्द मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ, सर्वे पूरा
पानीपत में 639 नंबरदार हैं आयुष्मान भारत योजना के पात्र 18 पहले से ही योजना के पात्र हैं। योजना में बीपीएल धारक सहित अन्य कैटेगरी भी जुडेंगी।
-पानीपत में 639 नंबरदार, 18 पहले से ही योजना के पात्र
-बीपीएल धारक सहित अन्य कैटेगरी भी जुडेंगी
राज सिंह, पानीपत
प्रधानमंत्री आरोग्य (आयुष्मान भारत) योजना पात्र परिवारों के लिए संजीवनी बनी हुई है। इसमें कुछ नई कैटेगरी जुड़ने की उम्मीद बढ़ गई है। हरियाणा के करीब 24 हजार नंबरदारों को जोड़ने के लिए सर्वे कराया गया है। पानीपत में 639 नंबरदार हैं, इनमें 18 को पहले से ही लाभ मिल रहा है।
आयुष्मान योजना के जिला नोडल अधिकारी ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि हरियाणा के वित्त आयुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कुछ माह पहले वीडियो कांफ्रेंस में नंबरदारों को योजना से जोड़ने की जानकारी दी थी। इसके बाद पानीपत जिला में इनका डाटा जुटाया गया है। स्टेट हेल्थ एजेंसी को यह डाटा भेज दिया गया है। 639 परिवारों के तीन हजार से अधिक सदस्य लाभान्वित होंगे। योजना के अंतर्गत भारत में सार्वजनिक व निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में पात्र परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का निश्शुल्क उपचार प्रदान किया जा रहा है। डा. पासी के मुताबिक प्रदेश सरकार कुछ अन्य कैटेगरी को भी योजना का लाभ दे सकती है।
इनमें केंद्र व राज्य के बीपीएल परिवार, गरीबी रेखा से नीचे के परिवार आशा-आंगनबाड़ी वर्कर्स, मान्यता प्राप्त पत्रकार, लघु किसान, चौकीदारों, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी शामिल किए जा सकते हैं।
अब तक 16 हजार 537 ने लिया लाभ
जिले में अभी तक आयुष्मान भारत योजना के तहत 16 हजार 537 ने सरकारी और पैनल वाले निजी अस्पतालों में लाभ लिया है। इन मरीजों ने 22 करोड़ 68 लाख 67 हजार 509 रुपये का निश्शुल्क इलाज कराया है।
मात्र 1.25 लाख के बने गोल्डन कार्ड
जिले में 75 हजार 392 परिवारों के 3.71 लाख 889 सदस्यों के गोल्डन कार्ड बनने हैं। विभाग अभी तक 40 हजार 674 परिवारों (53.97 प्रतिशत) तक पहुंचा और 1.25 लाख 841 (33.64 प्रतिशत) के ही गोल्डन कार्ड बना सका है।
एसीडीसी सर्वे में तलाशे सवा लाख परिवार
जिला में 39 हजार 974 परिवार ऐसे भी थे, जो मिल नहीं रहे थे। इनकी तलाश के लिए एडिशनल डाटा कलेक्शन ड्राइव (एडीसीडी) चलाया गया था। इस ड्राइव में जिला ने शत-प्रतिशत सफलता हासिल की है।
547 ने कराया कोरोना का इलाज
कोरोना महामारी में भी आयुष्मान भारत योजना, पात्रों के लिए संजीवनी बनी। 547 पात्र कोरोना की चपेट में आकर विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हुए। इन्होंने 25 लाख 14 हजार 590 रुपये का निश्शुल्क इलाज लिया।
नाम-पता में त्रुटि हो सकती है ठीक
पात्र व्यक्ति शादी के बाद पत्नी का नाम जुड़वा सकता है।इसके लिए मैरिज सर्टिफिकेट या महिला द्वारा मजिस्ट्रेट से सत्यापित शपथ पत्र देना होगा। नाम, पता व आयु की त्रुटि ठीक कराने के लिए शैक्षणिक प्रमाण पत्र, सरपंच या पार्षद की संस्तुति जरूरी है। बच्चे का नाम जुड़वाने के लिए जन्म प्रमाण-पत्र चाहिए।