अंबाला में लापता हो रहे लोग, पुलिस भी हैरान, जानिए क्या है मामला
अंबाला में लापता होने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दो सालों में 821 हुए लापता। कई लापता ऐसे जिनकी तलाश के लिए पुलिस के पास नहीं होती तस्वीर। इनमें से ज्यादातर युवा वर्ग के लोग हैं।
अंबाला, जेएनएन। अंबाला में लापता होने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। पिछले दो साल 2019 और 2020 में 821 लोग लापता हुए हो गये। इनमें ज्यादातर युवा वर्ग शामिल है। हालांकि पुलिस गुमशुदगी का केस दर्ज कर तलाश शुरू कर देती है, मगर कई लापता ऐसे होते हैं जिनकी तलाश के लिए पुलिस के पास कोई फोटो तक नहीं होती।
ऐसे मामलों में पुलिस की कार्रवाई लटकी रह जाती है और लापता होने वालों परिवार के लोग उनके घर लौटने की आस में रहते हैं। बता दें घरेलू कलह, मानसिक रूप या फिर संदिग्ध अवस्था में लोग घर से बिना बताए कहीं चले जाते हैं। जो बाद में पुलिस के लिए सिरदर्द बन जाते हैं। उधर मनोचिकित्सकों के अनुसार आज की युवा पीढ़ी कहने और सुनने से बाहर है। अगर उन्हें परिवार के लोग थोड़ा बहुत कुछ कह भी देते हैं तो वे घर से चले जाते हैं और बाद में परिवार को अपनी गलती का अहसास होता है।
छपाए जाते हैं पोस्टर
बता दें गुमशुदगी का पर्चा दर्ज होने के बाद संबंधित थाना पुलिस पहचान के लिए पोस्टर भी छपवाती है जिन्हें अलग-अलग एरिया में लगा दिया जाता है। इसमें तलाश करने पर रिवार्ड भी रखा जाता है। लेकिन ऐसा बहुत कम केस में होता है। मगर पुलिस के सामने सबसे बड़ी एक दिक्कत यह सामने आती है जब तलाश करने वाली की स्वजनों द्वारा फोटो उपलब्ध नहीं करवाई जाती है। ऐसे में पुलिस को कई प्रकार की परेशानियों को सामना करना पड़ता है।
अपहरण के केस भी नहीं कम
वहीं जिला के थानों में 2019 व 2020 दो सालों में 107 का लोगों का अपहरण हुआ जिनमें 78 को ढूंढा जा चुका है जबकि 29 केस अभी भी ऐसे हैं जो अनसुलझे हैं जिनकी पुलिस को तलाश है।
लापता और अपहरण केसों का चार्ट
धारा 2019 2020
346 442 379
365 69 38
इतने मामलों में हुआ वर्कआउट
धारा 2019 2020
346 315 294
365 49 29