Move to Jagran APP

यमुनानगर में सुधरेगी स्वास्थ्य सेवाएं, सिविल अस्पताल से लेकर पीएचसी पर भी बढ़ेंगी डाक्टरों की संख्या

यमुनानगर में डाक्टरों की कमी का खामियाजा मरिजों को भुगतना पड़ रहा है। जिले में चिकित्सकों के 186 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 109 पद खाली पड़े हैं। चिकित्सकों की कमी होने का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Thu, 18 Aug 2022 02:18 PM (IST)Updated: Thu, 18 Aug 2022 02:18 PM (IST)
यमुनानगर में सुधरेगी स्वास्थ्य सेवाएं, सिविल अस्पताल से लेकर पीएचसी पर भी बढ़ेंगी डाक्टरों की संख्या
यमुनानगर में होगी 51 नए चिकित्सकों की तैनाती।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर में स्वास्थ्य सेवाएं जल्द सुधरेगी। सिविल अस्पताल से लेकर पीएचसी पर डाक्टरों की संख्या बढ़ेगी। हाल ही में सरकार ने जिले में 51 डाक्टरों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। हालांकि अभी तक सभी डाक्टरों ने ज्वाइन नहीं किया है। उनकी मेडिकल की प्रक्रिया चल रही है। नए चिकित्सकों में कई विशेषज्ञ डाक्टर हैं। स्किन व ईएनटी के चिकित्सक भी हैं। काफी समय जिले में यह विशेषज्ञ नहीं थे। यदि सभी डाक्टर ज्वाइन कर लेते हैं, तो मरीजों को काफी फायदा मिलेगा। उन्हें इलाज के लिए निजी अस्पतालों का रूख नहीं करना पड़ेगा।

loksabha election banner

इस प्रकार से होगी जिले में डाक्टरों की नियुक्ति

जिले के लिए जिन 51 डाक्टरों की नियुक्ति की है। इनमें से 17 डाक्टर सिविल अस्पताल यमुनानगर में आएंगे। जिनमें 11 एमबीबीएस व छह विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ हैं। सिविल अस्पताल जगाधरी में 20 डाक्टर आएंगे। इनमें 17 एमबीबीएस व तीन विशेषज्ञ हैं। इसी तरह सीएचसी अकबरपुर में तीन एमबीबीएस, सीएचसी साढौरा में तीन एमबीबीएस, पीएचसी बूड़िया, पीएचसी रसूलपुर व सीएचसी रादौर में एक-एक डाक्टर नियुक्त होगा। सीएचसी बिलासपुर में दो, पीएचसी मुगलवाली में एक, पीएचसी रणजीतपुर में एक व पीएचसी बिलासपुर में एक-एक डाक्टर की नियुक्ति के आदेश जारी हुए हैं।

नई सीएचसी बनी है अकबरपुर

अकबरपुर में नई सीएचसी बनी है। हालांकि अभी यहां पर बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन निवर्तमान सरपंच की ओर से अस्थायी सीएचसी के लिए जगह उपलब्ध कराई गई है। जहां पर चिकित्सक ओपीडी शुरू कर सकते हैं। इससे पहले भी यहां पर अंबाला से एक चिकित्सक की नियुक्ति की गई थी, लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया था। अब यहां पर तीन नए चिकित्सकों की तैनाती के आदेश हैं।

186 में से 109 पद पड़े हैं रिक्त

जिले में चिकित्सकों के 186 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 109 पद खाली पड़े हैं। चिकित्सकों की कमी होने का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। विशेषज्ञ न होने की वजह से मरीजों को भी बेहतर इलाज नहीं मिल रहा है। अब चिकित्सकों की तैनाती होने से यह दिक्कत दूर हो जाएगी।

फिजिशियन की नहीं हो सकी तैनाती

जिले में फिजिशियन नहीं है। पहले भी अनुबंध पर एक फिजिशियन रखा गया था। जिसका समय पूरा होने के बाद दोबारा अनुबंधन रिन्यू नहीं हुआ। सिविल अस्पताल की बात करें, तो यहां पर सबसे अधिक मरीज फिजिशियन की ओपीडी में पहुंचते हैं। ऐसे में फिजिशियन की यहां सख्त जरूरत है। नए चिकित्सकों में भी फिजिशियन जिले को नहीं मिल सका है।

अधिकारी के अनुसार

सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह ने बताया कि नए चिकित्सक मिले हैं। उम्मीद है कि जल्द ही यह चिकित्सक ज्वाइन कर लेंगे। अभी दो-तीन चिकित्सकों ने ही ज्वाइन किया है। सभी चिकित्सक ज्वाइन कर लेंगे, तो मरीजों को फायदा होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.