पीने को पानी नहीं, सड़क-प्लाट में जलभराव से गिरने को तैयार मकान
नगर निगम में हंगामा और खरी-खरी सुनने के बाद भी बत्रा कालोनी में काम शुरू नहीं हो पाया है। बलवान डिपो होल्डर और जिदल फैक्ट्री वाली गली के करीब 100 परिवार नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। बीते एक माह से पीने के लिए पानी नहीं है। एक सड़क को सीवर डालने के लिए खोदकर छोड़ दिया गया है और दूसरी सड़क से ईंटें व मिट्टी उठाकर रोड़े डाल दिए गए हैं। जिससे पेयजल पाइप लाइन टूट चुकी है और नालियां भी नहीं है। जिससे गंदे पानी की निकास बंद है। बारिश का पानी पहले सड़क और फिर मकानों में भर रहा है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम में हंगामे के बाद भी बतरा कालोनी में काम शुरू नहीं हो पाया है। बलवान डिपो होल्डर और जिदल फैक्ट्री वाली गली के करीब 100 परिवार बेहद परेशान हैं। बीते एक माह से पीने के लिए पानी नहीं है। एक सड़क को सीवर डालने के लिए खोदकर छोड़ दिया गया है और दूसरी सड़क से ईंटें व मिट्टी उठाकर रोड़े डाल दिए गए हैं। पेयजल पाइप लाइन टूट चुकी है और नालियां भी नहीं है।
बारिश का पानी पहले सड़क और फिर मकानों में भर रहा है। जलभराव से लोग बीमार पड़ रहे हैं। नालों के टूटे स्लैब के कारण गिरकर बच्चे घायल हो रहे हैं। इन परेशानियों को लेकर बीते बुधवार को बतरा कालोनी के महिला-पुरुषों ने नगर निगम में जमकर हंगामा किया तो निगम कमिश्नर और मौके पर मौजूद वार्ड पार्षद योगेश डाबर ने वीरवार से काम शुरू करने का आश्वासन देकर लोगों को शांत किया था, लेकिन शुक्रवार तक भी काम शुरू नहीं किया गया।
गंदा पानी भर रहा, कूड़ा डाल रहे लोग
स्थानीय नागरिक प्रमोद ने बताया कि बीते एक माह से गंदे पानी की निकासी बिल्कुल बंद है। मकानों के सामने ही गंदा पानी जमा हो रहा है। गंदे पानी के साथ आसपास के लोग कूड़ा डालकर जा रहे हैं। कोई सुनने को तैयार नहीं है। वार्ड पार्षद योगेश डाबर कहते हैं कि तुमने मुझे वोट नहीं दी है। जिसे वोट दी है उसी से काम करा लो।
घरों में कैद होने को मजबूर हैं
बिमला ने बताया कि पीने के लिए पानी नहीं है। गर्मी के मौसम में नहाने और कपड़े धोने को तरस रहे हैं। सड़क पर हर समय पानी जमा रहता है। जिससे लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं।
उल्टा कर दिया नाले का
रामकुमार ने बताया कि मुहल्ले का पानी राम मेडिकल स्टोर की तरफ जाने चाहिए था, लेकिन बहाव उल्टा होने के कारण पूरी कालोनी का पानी मुहल्ले में वापस आ रहा है। सड़क और सीवर पहले से नहीं है, पानी निकासी की भी व्यवस्था नहीं है और ऊपर से नाले का पानी उल्टा पानी बहकर आ रहा है।
जलभराव से मकान में आई दरार
शिवचरण ने बताया कि जलभराव होने के कारण मजदूर परिवार सुखबेरा का एक कमरे के मकान में दरार आ गई है। पानी निकासी न होने के कारण सड़क और खाली प्लाट तालाब बने रहते हैं। अब छोटे-छोटे बच्चों का मजदूर परिवार हर समय खतरे में जी रहा है।