Move to Jagran APP

पढ़ाई और कॅरियर के दबाव से बुझ रहे चिराग, NIT के छात्र ने की आत्महत्या

कुरुक्षेत्र के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में एक छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। छात्र शुभांकर उत्तर प्रदेश के बरेली का रहने वाला था।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 12:30 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 11:09 AM (IST)
पढ़ाई और कॅरियर के दबाव से बुझ रहे चिराग, NIT के छात्र ने की आत्महत्या
पढ़ाई और कॅरियर के दबाव से बुझ रहे चिराग, NIT के छात्र ने की आत्महत्या

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। पढ़ाई और कॅरियर के सपनों को पूरा करने की दौड़ में छात्र तनाव में आकर अपनी जान दे रहे हैं। कुरुक्षेत्र के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के बीटेक इलेक्ट्रिकल अंतिम वर्ष के छात्र शुभांकर ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। दोस्त के शव को पंखे से लटकता देख छात्र घबरा गया। वह भी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है।

loksabha election banner

एनआईटी के हॉस्टल नंबर 10 में रूम नंबर 435 में छात्र शुभांकर ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। बीटेक इलेक्ट्रिकल अंतिम वर्ष का छात्र शुभांकर उत्तर प्रदेश के बरेली का रहने वाला था। संस्थान के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर अजीत यादव ने पुलिस को सूचना दी। साथ ही मृतक छात्र शुभांकर के परिजनों को भी जानकारी दे दी गई। छात्र का शव पोस्टमार्टम के लिए एलएनजेपी अस्पताल में भेजा गया।

kurukshetra

शुभांकर का फाइल फोटो।

वहीं अन्य छात्रों ने बताया कि शुभांकर अक्सर पढ़ाई और कॅरियर को लेकर चिंतित रहता था। एनआइटी में छात्र के आत्महत्या का पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी एक छात्र ने हॉस्टल के कमरे में बंद करके आत्महत्या की थी।

शुभांकर की मौत से एनआइटी में सन्नाटा, पिता बोले, बेटे के साथ कुछ गलत हुआ
एनआइटी छात्र शुभांकर का आत्महत्या करना परिजनों के गले नहीं उतर रहा। वे बार-बार शंका जाहिर कर रहे हैैं कि  कहीं उनके बेटे के साथ कुछ गलत तो नहीं हुआ? आखिर पुलिस-प्रशासन के पहुंचे ही किसी ने कैसे दरवाजे को तोड़ दिया। गम में डूबे पिता संजय प्रसाद व उनके साथ आए परिजनों ने शंका जाहिर करने के बावजूद पुलिस में शिकायत नहीं की है। शुभांकर के कमरे के पास ही रहने वाले छात्र कल्पित ने बताया कि शुभांकर उनका सीनियर था और उन्हें आते-जाते मिलता था। कभी ऐसा लगा नहीं कि वह आत्महत्या कर सकता है। सबसे पहले उसके दोस्त अमृत्य ने उसे देखा था।

आइएएस की तैयारी कर रहा था शुभांकर
परिजनों का कहना है कि शुभांकर शिक्षित और संपन्न परिवार से था। उसके पिता संजय प्रसाद बीएसएनएल में प्रथम श्रेणी के अधिकारी हैं और माता गृहिणी। परिवार में एक भाई और बहन दो ही बच्चे हैं। शुभांकर आइएसएस की तैयारी कर रहा था। शुभांकर के परिवार में कई लोग प्रथम श्रेणी अधिकारी हैं। उसने 22 अप्रैल को परिजनों से बातचीत की थी, जिसमें भी कोई ऐसी बात सामने नहीं आई। 

नहीं दी कोई शिकायत : महेंद्र सिंह
थर्ड गेट चौकी प्रभारी महेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस को प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला लग रहा है। रात को ही पुरे कमरे की वीडियो ग्राफी कराई गई थी और उसके बुधवार को परिजनों की उपस्थिति में फोरेंसिक टीम ने जांच की। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। इसके अलावा किसी प्रकार के साक्ष्य की बात सामने नहीं आई है।

मीडियम छात्र था जो हमेशा रहता था शांत : एचओडी
इलेक्ट्रिकल विभाग की अध्यक्ष प्रो. रतना दहिया ने बताया कि शुभांकर एवरेज छात्र था। वह हमेशा शांत रहता था और काफी शरीफ था। किसी से किसी प्रकार का विवाद उसने कभी नहीं किया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.