कुरुक्षेत्र में गर्माता जा रहा है एनआइटी कर्मचारी संघ के चुनावों में देरी का मामला, मार्च में होने थे चुनाव
कुरुक्षेत्र की राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में कर्मचारी संघ के चुनाव का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मार्च माह में करवाए जाने थे चुनाव। अभी तक चुनाव न होने की वजह से संघ की कार्यकारिणी पर सवाल उठने लगे हैं।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में एनआइटी कर्मचारी संघ के चुनावों में देरी का मामला लगाता गर्माता जा रहा है। मार्च माह में प्रस्तावित चुनावों के लिए पांच माह बीत जाने के बाद भी समय तक तय नहीं किया गया है। ऐसे में कर्मचारी संघ के सदस्य लगातार संघ कार्यकारिणी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। कई सदस्य वर्तमान कार्यकारिणी पर संस्थान के उच्चाधिकारियों के साथ मिलीभगत कर चुनावों में देरी के आरोप लगा रहे हैं। कार्यकारिणी के पदाधिकारी कोविड के चलते चुनावों में देरी होने की बात कह रहे हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि एनआइटी कर्मचारी संघ के चुनाव 20 मार्च 2020 को हुए थे। ऐसे में नियमानुसार साल 2021 के मार्च माह में अगली कार्यकारिणी के लिए चुनाव करवाए जाने जरूरी थी। हालांकि चुनावों का समय नजदीक आने पर संघ की ओर से 15 मार्च को आम सभा बुलाई गई थी, लेकिन यह आम सभा हंगामे की भेंट चढ़ गई। ऐसे में कार्यकारिणी सदस्य आम सभा के बीच से ही चले गए थे। आम सभा में चुनावों पर कोई फैसला न आने पर कई सदस्यों ने वर्तमान कार्यकारिणी पर जानबूझकर चुनावों में देरी करने के आरोप लगाए थे।
जानबूझकर देरी कर रही है वर्तमान कार्यकारिणी
एनआइटी कर्मचारी संघ के 150 के करीब सदस्य हैं। सदस्य कुलविंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान कार्यकारिणी जानबूझकर चुनावों में देरी कर रही है। कर्मचारियों की पदोन्नति लंबे समय से अटकी पड़ी है। अन्य किसी भी समस्याओं का भी समाधान नहीं हो रहा है।
इसी माह आम सभा बुलाकर लिया जाएगा फैसला
एनआइटी कर्मचारी संघ के महासचिव प्रीतपाल सिंह बताया कि कोविड के चलते चुनावों में देरी हुई है। कोविड 19 के चलते अब तक भी एनआइटी पूरी तरह से नहीं खुल पाई है। इसी माह एनआइटी कर्मचारी संघ की आम सभा बुलाई जाएगी। इस आम सभा में सहमति बनने पर चुनाव करवाए जाएंगे।