एनएचएम भर्ती गड़बड़झाले में कमेटी-कमेटी खेल रहा है विभाग
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत विभिन्न पदों पर 66 कर्मियों की नियुक्ति में हुए गड़बड़झाले में लीपापोती की आशंका से शिकायतकर्ता ने पुन सीएम विडो में शिकायत दी है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत विभिन्न पदों पर 66 कर्मियों की नियुक्ति में हुए गड़बड़झाले में लीपापोती की आशंका से शिकायतकर्ता ने पुन: सीएम विडो में शिकायत दी है। जिला प्रशासन मामले की जांच कर पहले ही मिशन निदेशक को रिपोर्ट भेज चुका है। निदेशक ने 20 अंक वाले पद रद करने के आदेश दिए थे। शिकायतकर्ता ने दोबारा जांच पर सवाल उठाए हैं।
सीएम विडो में दी शिकायत में हथवाला निवासी रणबीर ने स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों की नीयत पर सवाल उठाए हैं। आरोप है कि पहले तो भर्ती से जुड़े जिला स्तरीय अधिकारी पारदर्शिता की दुहाई देकर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से इन्कार करते रहे। उन्होंने अपने स्तर कुछ ऐसे दस्तावेज एकत्र कर डीसी को सौंपे, जिनसे भर्ती में धांधली साबित होती थी।
डीसी ने सिविल सर्जन कार्यालय से सभी 66 कर्मियों की भर्ती संबंधित दस्तावेज मांगे तो खेल से परदा उठ गया। जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर 30 दिसंबर 2020 को एनएचएम निदेशक ने 20 अंक लेने वाले सभी कर्मियों के पद डीसी के माध्यम से रद कराने के आदेश सिविल सर्जन को दिए थे।
रणबीर का कहना है कि सिविल सर्जन ने पद तो रद नहीं किए, दोबारा पांच सदस्यीय कमेटी गठित कराकर जांच शुरू कर दी है। इससे लगता है कि विभाग किसी को बचाने का काम कर रहा है।
यह था मामला
दिसंबर 2020 में भर्ती हुई थी, ज्वाइनिग 2020 की शुरुआत में कराई गई थी। रणबीर ने भर्ती पर सवाल उठाते हुए कहा था कि 20 अंकों का महत्व स्थानीय आवेदक को मिलना था, चयन कमेटी ने बाहरी आवेदकों को भी 20 अंक दिए हैं। डीसी धर्मेंद्र सिंह ने निवर्तमान नगराधीश अनुपमा मलिक से जांच कराई थी। गड़बड़झाला साबित होने पर जिला प्रशासन ने महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं और एनएचएम निदेशक को रिपोर्ट भेजी थी।
निदेशक ने दिए थे ये आदेश
एनएचएम हरियाणा निदेशक ने 30 दिसंबर 2020 को महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा को भी पत्र भेजा था। जिला प्रशासन की रिपोर्ट का हवाला देकर उन्होंने लिखा था कि चयन कमेटी के सदस्यों ने सरकार की हिदायतों का उल्लंघन किया है। एवज में अनुशासनिक कार्यवाही करते हुए अवगत कराएं।