एनएचएम भर्ती घोटाले में रिकार्ड की जांच के लिए बनेगी कमेटी
दिसंबर 2019 में एनएचएम के तहत विभिन्न पदों पर 66 पदों पर भर्ती हुई थी। सभी को 2020 की शुरुआत में ज्वाइनिग कराई गई थी। गांव हथवाला वासी रणधीर ने भर्ती पर सवाल उठाते हुए सीएम विडो मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री और एनएचएम हरियाणा के निदेशक से शिकायत की थी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत विभिन्न पदों पर हुई 66 की नियुक्ति में गड़बड़झाले की जांच के लिए कमेटी बनेगी। जिला प्रशासन का एक अधिकारी इसमें शामिल किया जाएगा। चयन कमेटी में शामिल चिकित्सकों व अन्य के नाम एक-दो दिन में महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा और एनएचएम हरियाणा के निदेशक को भेजे जाएंगे।
दिसंबर 2019 में एनएचएम के तहत विभिन्न पदों पर 66 पदों पर भर्ती हुई थी। सभी को 2020 की शुरुआत में ज्वाइनिग कराई गई थी। गांव हथवाला वासी रणधीर ने भर्ती पर सवाल उठाते हुए सीएम विडो, मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और एनएचएम हरियाणा के निदेशक से शिकायत की थी। आरोप था कि 20 अंकों का महत्व स्थानीय आवेदक को मिलना चाहिए। चयन कमेटी ने बाहरी आवेदकों को भी 20 अंक दिए हैं। विभाग के स्थानीय अधिकारी भर्ती में पारदर्शिता बरतने का तर्क देते हुए किसी तरह की गड़बड़ी से शुरुआत में इंकार करते रहे। निदेशक ने डीसी को जांच के निर्देश दिए।
डीसी धर्मेद्र सिंह ने नगराधीश अनुपमा मलिक से जांच कराई तो गड़बड़झाला से पर्दा उठ गया। सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने जांच कमेटी के गठन की पुष्टि करते हुए कहा कि दो-तीन दिन में पूरी रिपोर्ट डीजी हेल्थ, एनएचएम निदेशक और डीसी कार्यालय भेज दी जाएगी। इन पदों पर हुई थी भर्ती
26 स्टाफ नर्स, 19 एएनएम, चार फार्मासिस्ट, दो सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर, दो टीबी हेल्थ विजिटर, दो आयुर्वेदिक मेडिकल आफिसर। इनके अलावा अकाउंटेंट, लैब टेक्नीशियन, प्राइवेट-पब्लिक मिक्स कोर्डिनेटर, चिल्ड्रन रिक्वायरिग असिस्टेंट, जिला कार्यक्रम अधिकारी, निगरानी एवं मूल्यांकन अधिकारी, जिला किशोर स्वास्थ्य अधिकारी और कोर्डिनेटर।