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रिहायशी सेक्टर 18 में चल रहे अवैध उद्योगों पर एनजीटी सख्त

सेक्टर 18 में चल रहे अनधिकृत उद्योगों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण पर एनजीटी ने रिपोर्ट मांगी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Aug 2019 09:37 AM (IST)Updated: Thu, 01 Aug 2019 09:37 AM (IST)
रिहायशी सेक्टर 18 में चल रहे अवैध उद्योगों पर एनजीटी सख्त
रिहायशी सेक्टर 18 में चल रहे अवैध उद्योगों पर एनजीटी सख्त

जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर 18 के आसपास अनधिकृत रूप से चल धागा मिलों के प्रदूषण का मामला नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) पहुंच गया है। संबंधी याचिका ने स्वीकार कर ली है। एनजीटी ने याचिका पर सुनवाई करते हुए इन उद्योगों की जांच करने के लिए संयुक्त कमेटी का गठित कर दी है। कमेटी को एक महीने में रिपोर्ट सौंपनी होगी। अगली सुनवाई 10 अक्टूबर को होगी।

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सेक्टर 18 रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान गुरदीप ने जलवायु प्रदूषण एक्ट 1974 के तहत याचिका दायर की है। इसमें कहा गया है कि सेक्टर के आसपास अनधिकृत धागा उद्योग वायु व जल प्रदूषण फैला रहे हैं। इन उद्योगों में ब्लीचिग और रंगाई का काम होता है। केमिकल युक्त पानी नहर और खुले में छोड़ा जा रहा है। यह पानी यमुना में पहुंच रहा है। इन उद्योगों ने न तो प्रदेश के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से कोई अनुमति ली है और न ही केंद्रीय भूजल अथॉरिटी से एनओसी ली। भूजल का धड़ल्ले से दोहन हो रहा है। प्रदूषित पानी को साफ करने के लिए ईटीपी भी नहीं लगाया गया। न ही वायु प्रदूषण को रोकने के प्रबंध किए गए। बीमारियां फैल रही हैं। कई बार स्थानीय प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को इन उद्योगों की शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। विभिन्न राज्यों की कार्रवाई का दिया हवाला

शिकायतकर्ता ने विभिन्न राज्यों में रंगाई ब्लीचिग उद्योगों के प्रदूषण के नुकसान का हवाला भी दिया है। साथ ही एनजीटी के फैसलों का हवाला भी दिया है। इससे पूर्व सेक्टर 18 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर की ग्रीन बेल्ट में कब्जे व शराब की दुकानों के खिलाफ भी याचिका दायर कर चुकी है। जिसकी सुनवाई 14 अगस्त को होनी है। एसोसिएशन ने प्रदूषण फैला रहे उद्योगों और ग्रीन बेल्ट पर कब्जे की रीडियो क्लिप भी एनजीटी को सौंपी है। संयुक्त कमेटी का गठन

एनजीटी ने अनधिकृत उद्योगों की जांच के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, केंद्रीय भूजल अथॉरिटी, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित डीसी की संयुक्त कमेटी गठित की है। संयुक्त कमेटी को एक महीने में उद्योगों की जांच कर रिपोर्ट देनी है। ये उद्योग फैला रहे प्रदूषण

1. लोंगोवाल स्पिनिग मिल्स

2. लूम निटस

3. गीता स्पिनिग मिल

4. अशोका स्पिनिग मिल

5.भारतीय स्पिनिग मिल

6. लोर्ड शिवा स्पिनिग मिल

7. कौशल्या वूलन मिल

8. सरस्वती वूलन मिल

9. ज्योति स्पिनिग मिल

10. प्रकाश स्पिनिग मिल

11. अजंता ब्लैंकिट्स

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