आयुष्मान योजना का गोल्डन कार्ड से जुड़ी खबर, अब सरपंच कर सकता है नाम की जांच
आयुष्मान योजना का गोल्डन कार्ड में होने वाले नामों की त्रुटियां बनवाने के लिए अब कहीं भटकने की जरूरत नहीं है। अब सरपंच के नाम की तस्दीक कर सकता है। यमुनानगर में करीब चार लाख 24 हजार लोग पात्र हैं।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। आयुष्मान योजना के पात्रों को अब नामों में त्रुटियां ठीक कराने के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसके लिए अब वह अपने सरपंच, बीडीपीओ या फिर सीनियर मेडिकल ऑफिसर से नाम को वैरिफाई करा सकेंगे। पात्रों केन नामों में आ रही त्रुटियों को देखते हुए ही यह व्यवस्था की गई है। जिससे अधिक से अधिक गोल्डन कार्ड बन सके। अभी तक आधे पात्रों के भी कार्ड नहीं बने हैं। जिले में चार लाख 24 हजार पात्र हैं। इनमें से एक लाख 60 हजार पात्रों के ही कार्ड बने हैं।
आयुष्मान योजना 23 अगस्त 2018 से शुरू की गई थी। इसके तहत 93 हजार परिवारों को पात्रता की सूची में शामिल किया गया। इन सभी परिवारों के चार लाख 24 हजार गोल्डन कार्ड बनने थे। जिसके जरिए इन्हें निजी व सरकारी अस्पताल में निशुल्क इलाज की सुविधा मिलनी है। जिन लोगों के गोल्डन कार्ड नहीं बन सके। उनमें से अधिकतर में नामों की गलतियां हैं। उदाहरण के तौर पर यदि किसी का नाम सुरेश है, तो उसका नाम सरेन लिखा आया है। जिससे कंप्यूटर में नाम पकड़ में नहीं आ रहा है।
25 हजार पात्रों के कार्ड हुए थे कैंसिल
सोनीपत में आयुष्मान योजना के तहत कुछ फर्जी लोगों ने लाभ ले लिया था। इसके बाद ही व्यवस्था बदली गई। पहले यदि कोई मरीज आयुष्मान के तहत अपना कार्ड दिखाता था, तो उसके आधार पर ही उसका व उसके परिवार के लोगों का इलाज हो जाता था। इसमें ही फर्जीवाडा होने की आशंका बनी हुई है। जिस पर जिले से भी करीब 25 हजार पात्रों के कार्ड कैंसिल हुए, क्योंकि उन पात्रों का अंगूठे का निशान या आधार कार्ड नहीं दिया गया था। अब दोबारा बनवाने के लिए उन्हें अपने अंगूठे का निशान व आधार कार्ड देना होगा।
आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डा. अश्विनी अलमादी ने बताया कि नामों में काफी गड़बड़ी है। इसलिए अब पात्र व्यक्ति अपने सरपंच या बीडीपीओ से नाम की तस्दीक करा सकता है। वही दस्तावेज अपने नजदीकी केंद्र पर जाकर कार्ड बनवा सकता है। मंगलवार से दोबारा फिर गांवों में आयुष्मान वाहन भेजा जाएगा। इसका उद्देश्य यह है कि पात्र व्यक्तियों के कार्ड बन जाए। जिससे वह योजना का लाभ ले सकें।