गन्ने की फसल के लिए नई क्रांति, हरियाणा के किसानों को मिलेगा दोहरा फायदा
पांच साल से मध्यप्रदेश महाराष्ट्र कर्नाटक तमिलनाडु व तेलंगाना प्रांत में हार्वेस्टर मशीन से गन्ने की कटाई की जा रही थी। अब हरियाणा के किसान भी इस मशीन का फायदा उठा सकेंगे।
पानीपत, [सुनील मराठा]। गन्ने की कटाई में किसानों को अब परेशानी नहीं होगी। मजदूरों के संकट को देखते हुए ऐसी हार्वेस्टिंग मशीन तैयार की गई है, जो गन्ने की आसानी से कटाई कर देती है। हरियाणा में पहली बार पानीपत जिले के नारा गांव में इसका डेमो किसानों को दिखाया गया। शक्तिमान कंपनी ने देश में ही इस मशीन को तैयार किया है।
धर्मबीर संधू के गन्ने के खेत में 20 से 25 गांवों के सैकड़ों किसानों ने डेमो देखा। कंपनी के एरिया मैनेजर विकास रघुवंशी व अमित कुमार ने मशीन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इससे पहले यह मशीन देश के पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु व तेलंगाना) में लगभग 5 साल से गन्ने की कटाई कर रही है। मशीन की कीमत लगभग 95 लाख रुपये है। तेलंगाना सरकार अपने राज्य के किसानों को मशीन पर 75 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है। इसके अलावा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक व तमिलनाडु में भी किसानों को 35 से 50 फीसद तक सब्सिडी दी जा रही है।
पर्यावरण को करेगी संरक्षित
आधुनिक तकनीक से बनाई गई गन्ना हार्वेस्टर मशीन कम समय में अधिक काम करती है। यह दो से ढाई घंटे में एक एकड़ गन्ने की फसल की छिलाई व कटाई कर देती है। इसी काम को करने में लगभग 10 से 12 मजदूरों को 3 से 4 दिन लगते हैं। मजदूर 50 से 60 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से किसान से पैसे लेते हैं। कटाई के साथ-साथ मशीन गन्ने की बची हुई पत्ती को बारीक तरीके से काटकर मिट्टी में मिल देती है। इससे जैविक खाद तैयार होता है।
महाराष्ट्र में जाकर देखा था डेमो
असंध के फफड़ाना शुगर मिल के एडिशनल जीएम बलवान सिंह चहल ने बताया कि मशीन को देखने के लिए सबसे पहले पुणे (महाराष्ट्र) गए। उनके साथ कई किसान भी थे। उस समय उस क्षेत्र में 20 मशीनें गन्ने की छिलाई में लगी हुई थी। इस मौके पर पानीपत शुगर मिल के कैन मैनेजर कर्मवीर सिंह, नारायणगढ़ शुगर मिल के जीएम मुकेश मलिक, किसान सुरेंद्र उर्फ काला, धर्मवीर संधू, धर्मवीर नारा, सुरेश जींद व अमरपाल सफीदों आदि मौजूद रहे।