सोचा, भांजा बनेगा बुढ़ापे का सहारा, 15 लाख हड़पे, पीटकर घर से निकाला
यमुनानगर में हैरान करने वाले मामला सामने आया है। मामा के बुढ़ापे का कोई सहारा नहीं था। इस वजह से भांजा उन्हें अपने घर ले आया। लेकिन नियत में उसके खोट थी। उसने बुजुर्ग के 15 लाख हड़पे और घर से निकाल दिया।
यमुनानगर, जेएनएन। बुजुर्ग दीनानाथ के साथ उसके भांजे ने ही ठगी कर ली। उन्हें बातों में बहलाकर पहले अपने साथ रखा और उनके 15 लाख रुपये हड़प लिए। बाद में मारपीट कर घर से निकाल दिया। उनका सामान भी कब्जा लिया। परेशान होकर बुजुर्ग ने फर्कपुर थाने में शिकायत दी। जिस पर केस दर्ज कर लिया गया।
गुरुतेगबहादुर नगर कालोनी निवासी 84 वर्षीय दीनानाथ ने घर पर अकेले रहते हैं। पहले वह हिमाचल प्रदेश के नाहन में सैलटैक्स कार्यालय के कंपाउंड में चाय की दुकान करते थे। जिससे करीब 15 लाख रुपये की राशि जोड़कर पंजाब नेशनल बैंक में जमा कराए और एफडी करा दी थी। उन्होंने बताया कि विष्णुनगर निवासी त्रिवेंद्र सिंह उसका भांजा है। फरवरी 2019 में त्रिवेंद्र के बेटे वरुण की शादी होनी थी।
उस शादी में उन्हें भी बुलाया गया था। यहां पर त्रिवेंद्र व उसकी पत्नी सुषमा कहने लगी कि वह उनके साथ ही रहे। जिस पर वह सारा सामान लेकर जून 2019 में आरोपितों के घर में रहने के लिए आ गया। आरोप है कि अगस्त 2019 में आरोपित त्रिवेंद्र उन्हें अपने साथ पंजाब नेशनल बैंक में लेकर गया। जहां कुछ दस्तावेजों पर साइन कराए और चेकबुक अपने पास रख ली थी। बाद में आरोपितों ने साजिश के तहत अपने बेटे को विदेश भेजने की बात कही। इसके लिए खाते में कुछ रकम दिखाने की शर्त के बारे में बताया। उन पर विश्वास कर एफडी तुड़वाकर दस लाख रुपये दे दिए।
फोन में एप डाउनलोड कर निकलवाए पैसे
पुलिस को दी शिकायत में दीनानाथ ने बताया कि आरोपितों ने उनके मोबाइल में एप डाउनलोड किया। जिसके माध्यम से आनलाइन पूरा पैसा खाते से अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया। पैसा मिलने के बाद आरोपितों का उनके साथ व्यवहार बदल गया। उनके साथ मारपीट की जाने लगी। पैसा वापस मांगा, तो आरोपितों ने जान से मारने की धमकी दी। 11 अप्रैल को आरोपित त्रिवेंद्र, उनकी पत्नी सुषमा, बेटे वरूण व उसकी पत्नी राधिका ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया और सामान भी कब्जा लिया।