कांग्रेस की राजनीति में नारी तू नारायणीः पर सैलजा नहीं, दिल्ली वाली मैडम, पढि़ए स्ट्रेट ड्राइव
कांग्रेस की राजनीति है ही ऐसी। आज महिला दिवस है। पानीपत के कांग्रेसियों के लिए हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा का नहीं विशेष महत्व। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुडडा को मानते हैं अपना कैप्टन। सोनिया गांधी को नारायणी। इधर भाजपा वाले भी अलग ही बैटिंग कर रहे।
पानीपत [रवि धवन] - स्ट्रेट ड्राइव -
हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष हैं पूर्व राज्यसभा सदस्य कुमारी सैलजा। अध्यक्ष बोले तो टीम की कैप्टन। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक, हुड्डा को सुपर कैप्टन मानते हैं। नेता प्रतिपक्ष हैं। सो, उनके समर्थक कांग्रेसी सुपर कैप्टन के इशारे पर क्रीज पर आते हैं। बढ़ती महंगाई के विरोध में पानीपत में संजय अग्रवाल ने विरोध जुलूस निकाला। अपनी कैप्टन कुमारी सैलजा को बुलाया। सो, शहर के नेता बुल्ले शाह भी पहुंचे। पर उनके समर्थक दूर-दूर रहे। हुड्डा के खिलाड़ी समालखा से विधायक धर्म सिंह छौक्कर और इसराना से विधायक बलबीर वाल्मीकि तो नजर ही नहीं आए। भाजपा वाले चुटकी ले रहे हैं। प्रदेश महिला दिवस मना रहा है। लेकिन हुड्डा ने पहले तो किरण चौधरी से नेता प्रतिपक्ष का पद छीन लिया और अब उन्हें कुमारी सैलजा भी नहीं सुहा रही हैं। फिर खुद ही तंज कसते हैं कि कांग्रेस के लिए तो नारायणी केवल दिल्ली वाली मैडम हैं।
लुट गया पानीपत, डूब गया पानीपत
इन दिनों पानीपत में एक चर्चा जोरो पर है। वो है, लुट गया पानीपत और डूब गया पानीपत। फेसबुक पर पेज बना है, लुट गया पानीपत। इसे चलाने वाले खिलाड़ी इतने माहिर हैं कि आलोचना करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। टेस्ट मैच खेलने में विश्वास नहीं रखते। आज की बात आज ही खत्म करते हैं। पूर्व विधायक के नजदीकी हैं। उनसे भी सलाह-मशविरा लेते रहते हैं। मेयर हों या विधायक, विकास ठप होता है तो तुरंत पोस्ट चिपका देते हैं। विधायक प्रमोद विज ने जब कहा कि भ्रष्टाचार के कारण पानीपत का नाम डूब गया तो उनके बयान को चिपका दिया। दैनिक जागरण का भी हेडिंग था- डूब गया पानीपत। इसके बाद डूब गया पानीपत कैचवर्ड चर्चा में आ गया। खैर, लुट गया पानीपत वालों ने विदा होने का ऐलान कर दिया है। हालांकि उनके समर्थकों ने इसे शिगूफा कहते हुए इनके जल्द लौटने की कामना की है।
केस पर केस...पार्षदों ने मांगा वकील
कहने को तो शहर की सरकार चलाते हैँ पार्षद, पर इन्हें ही कुछ जानकारी नहीं होती। ठेकेदार ऊपर से ही 27 करोड़ के टेंडर ले जाते हैं। विकास की फील्डिंग ये करते हैं, उद्घाटन-शिलान्यास की बैटिंग बाऊजी कर जाते हैं।पार्षद कहने लगे हैं, विरोध में आवाज उठाई तो केस दर्ज हो जाता है। उदाहरण देते हैं विजय सहगल, स्व.हरीश शर्मा का। साथ ही नाम जोड़ देते हैं पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह का। हाउस की बैठक से पहले रणनीति बनाने के लिए पार्षद इकट्ठे हुए। एक ने कह दिया, पार्षदों को वकील मिलना चाहिए, ये एजेंडा पास कराओ। दूसरे ने कहा, एक से क्या होगा, 26 वकील मांगो। केस कौन सा एक दर्ज होता है, दस धाराएं लगती हैं। मेयर के पिता की चार्जशीट लग जाती है। इस बात को चार दिन भी नहीं हुए कि बाहुबली पार्षद के घर चुनाव में धांधली के आरोप में समन पहुंच गया है।
कुशल बैट्समैन, मौका बनाया चौका मारा
एक कुशल बैट्समैन क्रीज पर उतरता है। पिच देखता है। गेंद की लाइन और लेंथ के अनुसार अपने बेहतरीन फुटवर्क से शाट के लिए स्पेस बनाता है और चौका मार देता है। वार्ड 10 के पार्षद रवींद्र भाटिया, ऐसे ही कुशल बैट्समैन हैं, आमतौर पर सुरक्षात्मक मोड में रहते हैं। लेकिन मौका निकालकर चौका लगाने में देर नहीं करते। भाजपा के जिला महामंत्री हैं। वार्ड के लिए विधायक से बजट ले चुके थे। पर एक सड़क ऐसी बच गई थी, जिसका पुनरोद्धार कराना जरूरी था। रवींद्र ने अपने वार्ड में भीमगौड़ा चौक के पास नाले का काम शुभारंभ कराने के लिए विधायक को आमंत्रित किया। उनकी गाड़ी सनौली रोड से लाने की बजाय, सेक्टर 11 की सड़क से घुमाकर लाए। जाहिर है, जिस सड़क से गुजरे, वहां गाड़ी ने लचक खानी ही थी। और प्रमोद विज ने कह दिया दिया-रवींद्र भाई, ऐ सड़क क्यों छाड्ड दित्ती। बस रवींद्र ने तुरंत एस्टीमेट बनवा दिया।