बच्चों जैसी हरकत ये बड़े काम की, जानिए मड बाथ क्यों है खास
अक्सर मिट्टी में खेलते बच्चों को डांटा होगा। लेकिन यह हरकत बड़े काम की है। आप भी इस तरह की हरकत करते हैं तो मिलेगा ये फायदा। देशभर में मना रहे हैं प्राकृतिक चिकित्सा सप्ताह।
जेएनएन, पानीपत: कभी-कभी बच्चों जैसी हरकतें आपको जिंदगी भर निरोग रख सकती हैं। जी हां, ये सच है। अगर यकीन नहीं आता तो बच्चों की तरह मिट्टी का लेप शरीर भर में लगाकर देख लो। ये हम नहीं बल्कि चिकित्सीय विद्वान भी इसे लाभदायक मानते हैं। जानिए आखिर इसके पीछे क्या है रहस्य।
11 से 18 नवंबर तक पूरे देश में प्राकृतिक चिकित्सा सप्ताह मनाया जा रहा है। रविवार को 10 से एक बजे तक प्राकृतिक चिकित्सा के पंच महाभूत में से एक मिटृटी चिकित्सा पर वर्ल्ड रिकॉर्ड का कार्यक्रम किया जा रहा है। इसी तर्ज पर पानीपत के आश्रम पट्टी कल्याणा में भी मिट्टी से स्नान किया गया।
एक लाख लोगों ने किया मड बाथ
प्राकृतिक जीवन केंद्र के मुख्य चिकित्सक डॉ. विकास सक्सेना ने बताया कि मिट्टी से स्नान का उद्देश्य मिट्टी के औषधीय और वैज्ञानिक महत्व के बारे में जन जाग्रति करना है। आज देश भर में अलग-अलग जगह करीब एक लाख लोगों ने मड बाथ किया।
पानीपत में मड बाथ के लिए जुटे लोग।
वर्ल्ड रिकॉर्ड की कवायद
प्राकृतिक चिकित्सा सप्ताह की शुरुआत रविवार को विश्व रिकॉर्ड के साथ हुई। पूरे देश में लगभग 3000 से ज्यादा केंद्रों पर सामूहिक मड बाथ यानी मिट्टी से स्नान किया गया। डॉ. विकास ने बताया कि हरियाणा में भी प्रत्येक जिले में मुख्य केंद्रों पर इसका आयोजन किया जा रहा है।
मड बाथ के फायदे
- औषधीय चिकित्सक की मानें तो मड बाथ से शरीर में मिट्टी तत्व की कमी को पूरा करता है।
- संपूर्ण शरीर का मड बाथ अस्थि मज्जा को प्रभावित कर लाल रक्त कणिकाओं की संख्या में वृद्धि करता है।
- मड बाथ से त्वचा की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
- वहीं त्वचा में आक्सीजन रोकने की क्षमता भी बढ़ती है।