पलक झपकते ही किशोर को खींच ले गई मौत, मां का इकलौता सहारा भी छिना
होली के दिन चप्पलों को साफ करते किशोर नहर में डूब गया। जब तक लोग शोर सुनकर नहर के पास पहुंचे तो कुनाल डूब चुका था। उसके पिता की काफी पहले मौत हो चुकी थी। घर में केवल मां थी।
पानीपत, जेएनएन। चप्पल पर लगे गोबर को साफ करते समय एक किशोर नहर में डूब गया। चार दिन बाद रविवार रात को पुलिस ने उसका शव नारायणा गांव के पास नहर से बरामद किया।
आठ मरला के दान सिंह ने बताया कि कश्यप कालोनी निवासी उसके भाई उमेद की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। उमेद की पत्नी लोगों के घरों में झाडू-पोछा लगाने का काम करती है। उसका इकलौता बेटा कुनाल (15) आठवीं कक्षा में पढ़ता था। 21 मार्च को कुनाल फुफेरे भाई गोलू के साथ कालोनी के पास पश्चिमी यमुना लिंक नहर पर होली खेल रहा था।
पैर फिसलने से नहर में गिरा
कुनाल की चप्पल पर गोबर लग गया। उसने चप्पल पर रस्सी बांधी और नहर में डालकर धोने लगा। तभी पैर फिसलने से वह नहर में गिर गया। गोलू ने शोर मचाया। जब तक आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, तब तक कुनाल डूब चुका था। जांच अधिकारी असंध नाका चौकी के एसआइ शमशेर सिंह ने बताया कि धारा 174 के तहत कार्रवाई की गई है।