मां-बाप के जीते जी अनाथ हो गईं बच्चियां, शादी की खबर पर खुला ये राज
मां ने दोनों बेटियों को छोड़ा। शराबी बाप ने गोद दिया। अंजान के पास रहने को मजबूर दोनों। किसी ने इनकी शादी की खबर फैला दी। थाने में पहुंची असली मां ने अपनाने से कर दिया इन्कार।
जेएनएन, पानीपत : दो बच्चियों के मां-बाप जिंदा हैं पर इन्हें अनाथ की तरह जीने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक महिला ने इन्हें गोद लिया तो पता चला कि क्यों इनके मां-बाप इन्हें छोड़कर चले गए। किसी ने इनकी शादी की झूठी खबर फैला दी। अब मामला प्रशासन के पास पहुंच गया। क्यों इनकी जिंदगी बदली, पढ़ें ये खबर।
एक महिला अपने पति के शराबी होने की वजह से उसे छोड़कर चली गई। पति ने शराब पीना नहीं छोड़ा, बल्कि अपनी दो बच्चियों को पड़ोस की ही एक महिला के हवाले कर दिया। महिला को वह धर्म बहन बता रहा है। मामला तब खुला, जब एक किशोरी की शादी होने की सूचना बाल विवाह निषेध व महिला संरक्षण विभाग में पहुंची। टीम मौके पर पहुंची। वहां किशोरी की शादी होने की जानकारी तो नहीं मिल सकी, लेकिन बिना किसी कागजी कार्रवाई के दो किशोरियों को रखने की बात सामने आई। बाल विवाह निषेध एवं महिला संरक्षण के सहायक अधिकारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों को बुलवाया गया है। उनसे बातचीत के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट होगी। यदि वह गोदनामा की प्रक्रिया पूरी करती है, तो बच्चियां उनके साथ रह सकती हैं।
एक 14 की तो दूसरी 8 साल की
दरअसल, बाल विवाह निषेध व महिला संरक्षण विभाग को सूचना मिली थी कि बाडी माजरा में नाबालिग लड़की की शादी हो रही है। टीम मौके पर पहुंची, तो वहां कोई शादी होती नहीं मिली। जब वहां मौजूद महिला से पूछताछ की गई, तो पता लगा कि जिस लड़की के बारे में सूचना मिली थी, वह किसी और की बेटी है। जब टीम ने कागजात दिखाने के लिए कहा, तो वह कानूनी प्रक्रिया से संबंधित कोई भी कागजात नहीं दिखा सकी। टीम ने उन्हें चेतावनी दी और बच्चियों को गोद लेने की प्रक्रिया अपनाने की सलाह दी। इनमें एक बच्ची 14 साल व दूसरी आठ साल की है।
मां ने अपनाने से कर दिया इन्कार
टीम के जाने के अगले दिन शराबी व्यक्ति अपनी धर्म बहन व एक अन्य महिला को लेकर थाने में पहुंचा। टीम के सामने महिला ने बताया कि दोनों बच्चियां उनकी बेटी हैं। वह उन्हें साथ नहीं रखना चाहती। जिस महिला के साथ बच्चियां रह रही हैं, उनके पास रखने में कोई एतराज नहीं है। शराब पीने वाले व्यक्ति ने भी उसका समर्थन किया।
यहां फंसा पेंच
यदि बच्चियों को साथ रखना है, तो इसके लिए कानूनी प्रक्रिया अपनानी होगी। गोदनामा तैयार होगा। इसके बाद ही बच्चियां महिला के साथ रह सकती हैं। ऐसा न होने पर दोनों बच्चियों को बालकुंज में रखा जाएगा। हालांकि टीम ने दोनों बच्चियों से भी पूछताछ की, वह भी महिला के साथ रहने को तैयार हैं, लेकिन दोनों बच्चियों के नाबालिग होने की वजह से उन्हें महिला को नहीं दिया जा सकता।
महिला पर संदेह
जिस महिला के साथ बच्चियां रह रही है, उसका रिकॉर्ड ठीक नहीं है। टीम ने अपने स्तर से पता किया, तो वह एक और औरत के संपर्क में निकली। जिससे बच्चियों के साथ कोई भी अनहोनी होने की संभावना जताई जा रही है। इसलिए ही इस मामले में टीम तत्परता से कार्रवाई कर रही है।