जुड़वा नवजात के हाथ से छूटा मां का आंचल, जिंदगी मौत से जूझ रहे दोनों Panipat News
लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली महिला ने जुड़वां को जन्म दिया। बेटा और बेटी को न्यू बोर्न यूनिट में रखा गया। एक दिन मां दूध पिला पाई और उसके बाद उसकी मौत हो गई।
पानीपत/अंबाला, [उमेश भार्गव]। लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली महिला की जुड़वा बच्चों को जन्म देने के बाद मौत हो गई। अब दोनों को कोई रखने को तैयार नहीं है। उनके पिता का भी किसी को कुछ पता नहीं। रिश्तेदारों की मानें तो महिला लिव इन रिलेशनशिप में रहती थी।
महिला ने 20-21 जून की रात छावनी के नागरिक अस्पताल में जुड़वा बेटा-बेटी को जन्म दिया था। दोनों बच्चे अंडर वेट थे, इसलिए उन्हें शहर के नागरिक अस्पताल के सिक न्यू बोर्न यूनिट में रेफर कर दिया गया। यहां 32 वर्षीय महिला उमा रानी ने दम तोड़ दिया। चाइल्ड प्रोटेक्शन अधिकारी ने टीम के साथ जाकर डॉक्टरों से पूछताछ की। महिला की बहन ने भी बच्चों को अपनाने से इन्कार कर दिया।
दो बार शादी हुई, फिर तलाक
साहा के बिहटा गांव में रहने वाली उमा रानी के पिता ओमप्रकाश और मां का निधन लंबे हो चुका है। उमा की दो शादियां हुईं लेकिन उसने पति के साथ रहने से मना कर दिया और तलाक हो गया। इसके बाद वह बिहटा गांव में किसी युवक के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी।
एक ही बार बच्चों को दूध पिला पाई
छावनी नागरिक अस्पताल में उमा रानी 20 जून की रात को आई। इसी रात उसने दो जुड़वां बच्चों एक लड़का दूसरी लड़की को जन्म दिया। दोनों 9 माह से कुछ समय पहले पैदा हुए थे। दोनों अंडर वेट थे इसीलिए उन्हें शहर के जिला नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। बच्चेका वजन करीब 2 किलो और बच्ची का वजन 1 किलो 650 ग्राम था।
बच्चों को उसके पड़ोसी ने ही जिला नागरिक अस्पताल तक पहुंचाया था। 23 जून को उमा दोनों बच्चों को दूध पिलाने निक्कू वार्ड अंबाला शहर पहुंची थी। इसके बाद वह फिर कहीं चली गई। 24 की रात भी उसने दोनों को दूध पिलाया। लेकिन मंगलवार सुबह डाक्टर ने उसे फोन करके बुलाया तो पता चला कि वह तो खुद इमरजेंसी में भर्ती है। जहां उसने दम तोड़ दिया। हालांकि मौत के कारण पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में ही पता चलेंगे।
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