मां, तूने ये क्या कर दिया, दिव्यांग बेटे को पीट-पीट कर मार डाला
यमुनानगर में एक मां ने अपने दिव्यांग बेटे को पीटकर मार डाला। उसकी गलती बस इतनी सी थी कि उसने शौच कर दिया था।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। कलकत्ता नर्सरी में रहने वाली महिला ने अपने ही दिव्यांग बेटे को डंडे से पीटकर मार डाला। उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने शौच कर दी थी। इससे खफा होकर महिला ने उसकी डंडे से पिटाई कर दी। हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की मां और पिता को हिरासत में ले लिया गया है।
मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद निवासी महिला वर्तमान में यमुनानगर की कलकत्ता नर्सरी में रह रही थी। रामकली के पास चार बच्चे थे। उसके पहले पति की 10-12 साल पहले मौत हो चुकी है। पति की मौत के बाद उसका संपर्क एक व्यक्ति से हुआ और वह कोलकत्ता नर्सरी के खाली प्लाट में झोपड़ी डालकर रहने लगे। यहीं पर एक और परिवार झोपड़ी डालकर रहता है। महिला के बड़े बेटे ने बताया कि 12 वर्षीय छोटा भाई दोनों पैरों से चल नहीं सकता। रात को उसने शौच कर दिया था। जिस पर मां ने उसे डांटना शुरू कर दिया और एक डंडा उठाकर मार दिया। उसे उल्टी आई और वह फिर नहीं उठा।
शव को बर्फ पर रखा हुआ था और उसके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान किसी ने पुलिस को बता दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। फर्कपुर थाना प्रभारी दिनेश चौहान ने बताया कि शव पर कोई निशान नहीं था। पोस्टमार्टम करवाया गया है, उसमें जो भी सामने आएगा। उसके आधार पर कार्रवाई होगी।
पैसे न होने से झाड़ फूंक से करा रहे थे इलाज
दिव्यांग काफी समय से बीमार भी चल रहा था। उसे पीलिया की बीमारी ने चपेट में ले लिया था। पैसे का इंतजाम न होने की वजह से उसका घर पर ही झाड़ फूंक कर देते थे। दिव्यांग गोबिंदपुरा के ही सरकारी स्कूल में पढ़ता था। बीमार होने की वजह से वह महीने से स्कूल नहीं जा रहा था। वहीं पुलिस के मुताबिक, महिला व उसकी एक बेटी मानसिक रूप से बीमार है। बच्चे भी ऐसे ही हैं। इनकी साइकलोजिकल रिपोर्ट डॉक्टरों से ली गई है।
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