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143 बिजली चोरों पर 48 लाख का जुर्माना

सबसे अधिक बिजली चोरी समालखा डिविजन में पकड़ी गई हैं। समालखा में 56 चोरी पकड़ी गई। इसके बाद सिटी डिविजन में 46 बिजली चोरों को पकड़ा जा चुका है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jun 2019 08:01 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jun 2019 06:34 AM (IST)
143 बिजली चोरों पर 48 लाख का जुर्माना
143 बिजली चोरों पर 48 लाख का जुर्माना

जागरण संवाददाता, पानीपत : बिजली वितरण निगम के बिजली चोरी अभियान में 143 चोरी पकड़ी गई। सर्कल पानीपत में नौ टीमें बिजली चोरी पकड़ने के अभियान में जुटी हुई है। इन टीमों ने 143 चोरी पकड़ी। जिन पर 47.78 लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया। अभियान में 8.42 लाख रुपये की रिकवरी भी की जा चुकी है।

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सबसे अधिक बिजली चोरी समालखा डिविजन में पकड़ी गई हैं। समालखा में 56 चोरी पकड़ी गई। इसके बाद सिटी डिविजन में 46 बिजली चोरों को पकड़ा जा चुका है। सिटी डिविजन में 19 लाख रुपये व समालखा डिविजन में 16.78 लाख रुपये का जुर्माना बिजली चोरों पर किया गया है। दूसरी बार पकड़े जाने पर केस दर्ज

बिजली चोरी रोको अभियान के तहत बिजली चोरी करते हुए पहली बार पकड़े गए उपभोक्ता पर जुर्माना लगाया जाता है। यदि वही उपभोक्ता दोबारा पकड़ में आता है तो उस पर दोगुना जुर्माना लगता है, साथ ही एफआइआर दर्ज कराई जाती है। जिन फीडर व ट्रांसफार्मर पर लाइन लॉस अधिक आ रहा है, उनसे संबंधित गली मुहल्ले में टीम बिजली चोरों के खिलाफ अभियान चला रही है। लाइन लॉस अधिक होना का अर्थ है उस क्षेत्र में अधिक बिजली चोरी की जा रही है। लाइन लॉस अधिक होने पर अधिकारी के जवाबदेही तय

जिन फीडर पर लाइन लॉस अधिक आ रहा है। यदि उस क्षेत्र से संबंधित एसडीओ बिजली चोरी नहीं पकड़ते हैं तो उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगाी। अधीक्षण अभियंता पीके गोयल का कहना है कि बिजली चोरी के मामले में निगम सख्त है। उन्होंने उपभोक्ताओं से भी चोरी न करने का आग्रह किया।


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