Move to Jagran APP

Haryana Weather Update : हरियाणा में समय से पहले मानसून ने दी थी दस्तक, पश्चिमी हवाओं ने रोका रास्ता, जानिए अब कब बारिश

हरियाणा में 13 जून को मानसून ने दी थी दस्तक लेकिन पूर्वी हवा के विपरित चली पश्चिमी हवाओं ने रोका मानसून का रास्ता जिस कारण से नहीं बना मानसूनी बरसात का माहौल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में प्री मानसून सीजन में हुई है अच्छी बरसात।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 05:52 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 05:52 PM (IST)
Haryana Weather Update : हरियाणा में समय से पहले मानसून ने दी थी दस्तक, पश्चिमी हवाओं ने रोका रास्ता, जानिए अब कब बारिश
हरियाणा में मानसून की दस्‍तक के बावजूद कम बारिश।

करनाल, जेएनएन। इस बार मानसून ने समय से पहले ही 13 जून को प्रदेश में दस्तक दे दी थी। लेकिन उम्मीद के मानसून का उम्मीद के अनुरूप अभी प्रदर्शन नहीं हो पाया है। ज्यादातर जिलों में सामान्य से अधिक बरसात हो चुकी है, लेकिन जून माह में प्री मानसून की दस्तक के बाद हुई बरसात के कारण यह आंकड़ा सामने आ रहा है। मानसून आने के बाद कुछ जिलों को छोड़कर ज्यादातर में सूखा ही रहा है।

prime article banner

मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून को गति देने वाली पूर्वी हवाओं के विपरित चली पश्चिमी हवाओं ने मानसून की गति पर ब्रेक लगा दिए थे, जिस कारण यह स्थिति बनी है। अभी भी चार दिन तक बरसात के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि 25 व 26 जून को बादल छा सकते हैं, बूंदाबांदी हो सकती है, लेकि तेज बरसात के लिए अभी लोगों को इंतजार करना पड़ सकता है।

क्या कहता है बरसात के आंकड़ों का समीकरण?

प्रदेश भर में एक से 21 जून तक 25.9 एमएम बरसात सामान्य मानी गई है, लेकिन अब तक 44.4 एमएम दर्ज की जा चुकी है। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो बरसात सामान्य से अधिक है, लेकिन यह मानसून आने से पहले प्री मानसून की दस्तक के बाद ज्यादा हुई है। हरियाणा में मानसून सीजन में 460 एमएम बरसात सामान्य मानी जाती है। सालभर की 80 प्रतिशत से ज्यादा मानसून की बरसात होती है।

मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि जब भी समय से पहले मानसून ने दस्तक दी है, अच्छी बरसात हुई है। ऐसे में इस बार भी अच्छी बरसात की उम्मीद जताई जा रही है।

जून माह में अब तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई बरसात की स्थिति

जिले का नाम कितनी होनी चाहिए थी कितनी हुई एमएम में कितने प्रतिशत अधिक या कम हुई

अंबाला-------------57.2-----------------------62.2 09 प्रतिशत

भिवानी-------------19.1-----------------------27.0 41 प्रतिशत

चरखी दादरी---------25.5----------------------20.5 -20 प्रतिशत

फरीदाबाद ---------23.2----------------------28.5 23 प्रतिशत

फतेहाबाद ---------21.1-----------------------54.1 157 प्रतिशत

गुरुग्राम ----------18.9----------------------16.6 -12 प्रतिशत

हिसार --------- 21.5----------------------50.7 136 प्रतिशत

झज्जर --------- 15.4----------------------31.1 102 प्रतिशत

जींद ----------26.3----------------------34.2 30 प्रतिशत

कैथल ----------27.9----------------------34.2 22 प्रतिशत

करनाल ----------34.4----------------------53.3 55 प्रतिशत

कुरुक्षेत्र ----------38.8----------------------68.9 78 प्रतिशत

महेंद्रगढ़ ----------22.5----------------------26.8 19 प्रतिशत

नूंह ----------14.4----------------------13.8 -5 प्रतिशत

पलवल ----------13.0----------------------16.3 25 प्रतिशत

पंचकुला ----------55.9----------------------31.8 -43 प्रतिशत

पानीपत ----------28.2----------------------37.4 33 प्रतिशत

रेवाड़ी ----------17.0----------------------18.5 09 प्रतिशत

रोहतक ----------27.6----------------------30.4 10 प्रतिशत

सिरसा ----------19.1----------------------92.8 386 प्रतिशत

सोनीपत ----------27.5----------------------70.5 156 प्रतिशत

यमुनानगर ----------60.9----------------------81.0 33 प्रतिशत

नोट : यह आंकड़े मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए हैं। एक से 21 जून तक के हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.