सेहत के लिए खतरनाक है मोबाइल फोन, पढ़ लिजिए ये खबर
मोबाइल से लंबे समय तक चिपके रहना युवाओं को बीमार कर रहा है। रात भर मोबाइल पर चैटिंग करना और वीडियो देखने से बड़ी तादाद में युवा सर्वाइकिल की चपेट में आ रहे हैं।
पानीपत, जेएनएन। मोबाइल फोन से लंबे समय तक चिपके रहना युवाओं को बीमार कर रहा है। रात भर मोबाइल पर चैटिंग करना और वीडियो देखने से बड़ी तादाद में युवा सर्वाइकिल की चपेट में आ रहे हैं। कुरुक्षेत्र एलएनजेपी अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में कई युवा भयंकर दर्द होने के बाद पहुंच रहे हैं। लंबे समय तक गलत मुद्रा में बैठकर या लेटकर मोबाइल देखने पर ऐसा हो रहा है।
लंबे समय तक मोबाइल के साथ बैठना सर्वाइकिल की समस्या दे सकता है। इसलिए पहले से ही इसके बारे में सचेत हो रहना चाहिए। छोटे-छोटे बच्चों को दर्द होने लगा है। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में एलएनजेपी के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अनूप मेहता ने यह जानकारी दी।
डॉ. अनूप मेहता।
प्रश्न : किस उम्र के ज्यादा मरीज आ रहे हैं?
उत्तर : सर्वाइकिल के दर्द से करहाते हुए वैसे तो ओपीडी में हर उम्र के लोग आते हैं, लेकिन इस समस्या से सबसे ज्यादा पीड़ित युवा हो रहे हैं। इसका कारण लैपटॉप व मोबाइल से चिपके रहना। ज्यादातर युवा लंबे समय तक अपने मोबाइल पर ही चिपके हुए नजर आते हैं। चलते, बात करते, ट्रेन, घर और बाहर हर जगह युवा मोबाइल पर दिख जाते हैं। इसकी वजह से उन्हें सवाईकिल की समस्या हो जाती है। छोटी उम्र के बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। अभिभावक बच्चों को चुप बैठाने के लिए मोबाइल थमा देते हैं, जो बच्चों को भी परेशानी में डाल रहा है।
प्रश्न : क्या सर्वाइकिल कोई गंभीर बीमारी है?
उत्तर : सर्वाइकिल कोई बीमारी नहीं है। यह एक प्रकार की गलत मुद्रा से उत्पन्न होने वाली समस्या है। मुद्रा को सही करके और लगातार एक्सरसाइज करने से इसे ठीक किया जा सकता है, लेकिन पहले से लोग अगर इसके प्रति सचेत रहें तो अच्छा है। सर्वाइकिल में असहनीय दर्द होता है। यह काफी कष्टकारी होता है। ऐसे में पहले से सचे रहें।
प्रश्न : सर्वाइकिल में क्या होता है?
उत्तर : सर्वाइकिल में नसें अकड़ जाती हैं और इसकी वजह से भीषण दर्द होता है। सिर भारी हो जाती है और कंधे से लेकर सिर तक अकड़न हो जाती है। ऐसे में कीड़ी की चाल पर गर्दन को चारों दिशाओं में घूमाएं और इसे कुछ देर चारों दिशाओं में रोक कर रखें। इससे कुछ ही दिनों में आराम मिलेगा। गंभीर दर्द होने पर चिकित्सक का परामर्श लें। खासकर युवाओं को सलाह है कि वे मोबाइल व कंप्यूटर को ज्यादा देर तक प्रयोग न करें।