नम आंखों ने एएसआइ कर्मबीर को दी अंतिम विदाई, उमड़ा जन सैलाब
बीएसएफ के एएसआई कर्मबीर (51) का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बड़ौली पहुंचा। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इकलौते बेटे धीरज ने चिता को मुखाग्नि दी।
पानीपत, जेएनएन। बीएसएफ के एएसआई कर्मबीर सिंह मढ़ान (51) का शनिवार दोपहर को पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बड़ौली पहुंचा। शव के गांव में पहुंचते ही भारत माता की जय, पाकिस्तान मुर्दाबाद, शहीद कर्मबीर सिंह अमर रहे के नारों से गांवों की गलियां गूंज उठीं। कर्मबीर का राजकीय सम्मान के अंतिम संस्कार किया। इकलौते बेटे धीरज ने चिता को मुखाग्नि दी।
दोपहर बाद 2:30 बजे तिरंगे में लिपटे कर्मबीर के पार्थिव शरीर को लेकर बीएसएफ के कमांटेंडेंट के अगुवाई में बीएसएफ की दो टुकड़ी लेकर गांव के सामने जीटी रोड पर पहुंचीं। सैकड़ों ग्रामीण सेना की गाड़ियों के आगे-आगे तिरंगा फहराते हुए भारत माता की जय करते चल रहे थे।कर्मबीर के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों लोगों का तांता लगा रहा। श्मशान ले जाते समय हजारों नम आंखों ने उनको अंतिम विदाई दी। बता दें कि गत गुरुवार को पुंछ के मनकोट सेक्टर की अग्रिम चौकी पर गोली लगने से मौत हो गई थी।
ये पहुंचे सांत्वना देने
एएसआइ कर्मबीर सिंह के परिजनों को सांत्वना देने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दुष्यंत चौटाला, पानीपत ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा, गन्नौर के विधायक कुलदीप शर्मा, पूर्व मंत्री बिजेंद्र सिंह, कर्ण सिंह चौटाला, जिला बार एसोसिएशन के प्रधान शेर सिंह खर्ब, कांग्रेस नेता वीरेंद्र उर्फ बुल्लेशाह, केसी बांगड़, उमेद सिंह लोहान, देवेंद्र कादियान और सैकड़ों लोग पहुंचे।
गोली लगने की मामले की हो रही जांच- परिवहन मंत्री
परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि गोली लगने के मामले की जांच हो रही है। वहीं बीएसएफ के कमांटेंडेंट ने कहा कि एएसआइ कर्मबीर पाकिस्तान बार्डर से सटी चौकी में तैनात थे। उनकी मौत दुश्मन की गोली लगने से हुई या फिर अन्य किसी कारण से इसकी जांच की जा रही है।
ये हैं परिवार में
एएसआइ कर्मबीर की बेटी ज्योति 23 वर्षीय एमकॉम द्वितीय वर्ष में चंडीगढ़ में पढ़ाई कर रही है। बेटा धीरज 21 वर्षीय मोहाली में बी फार्मेसी कर रहा है। पत्नी राजेश बेटा व बेटी के साथ मोहाली में बीएसएफ के क्वार्टर में रह रही है। उनके परिवार में छोटा भाई राजबीर है। उनके चाचा महासिंह भी आर्मी में थे।
बीएसएफ के जवान का अंगूठा हुआ जख्मी
कर्मबीर को सलामी देते हुए राइफल में गोली फंस गई। गोली निकालने के प्रयास में बीएसएफ के एक जवान का अंगूठा जख्मी हो गया। खून बहने लगा, लेकिन जवान ने फायरिंग बंद नहीं की।