कोरोना वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र में हैं गलतियां तो हो जाएगा सुधार, लाभार्थियों को मिला मौका
कोरोना वैक्सीनेशन के बाद मिले प्रमाण पत्र में अगर गलतियां है तो उसमें सुधार हो जाएगा। कोरोना वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र की गलतियां खुद लाभार्थी सुधार सकेंगे। एक मौका लाभार्थी को दिया गया है। दूसरी बार गलति के लिए अधिकारी के पास जाना होगा।
पानीपत, जेएनएन। कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से जुड़ी गलतियों को अब लाभार्थी खुद सुधार सकेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविन वेबसाइट पर लाभार्थियों को यह अधिकार दे दिया है। एक मौका व्यक्ति को मिलेगा। दूसरी बार गलती सुधारने का अधिकार जिला टीकाकरण अधिकारी के पास सुरक्षित है।
वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डा. मनीष पासी ने बताया कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद मिलने वाले ई-सर्टिफिकेट में लाभार्थी का नाम,जन्म तिथि या फिर लिंग से जुड़ी गलतियां सामने आई हैं। कौन सी वैक्सीन लगी कुछ में इसका उल्लेख नहीं होता। यह स्थिति सभी राज्यों में एक जैसी है। इसके लिए कोविन एप में सुधार किया गया है। इसे लेकर लाभार्थी को सुरक्षा मानकों को भी पूरा करना होगा। जैसे जिस मोबाइल नंबर से पंजीयन हुआ है वह नंबर देना होगा। ओटीपी आने के बाद विंडो ओपन होगी और फिर उक्त व्यक्ति सुधार कर सकेगा। डा. पासी के मुताबिक स्व-मूल्यांकन प्रक्रिया के माध्यम से आरोग्य सेतु एप पर अपनी स्थिति स्वेच्छा से अपडेट करने की भी अनुमति दी गई है। दोनों खुराक लेने वालों के फोन में आरोग्य सेतु एप पर नीले रंग के दो टिक भी दिखाई देने लगे हैं।
ऐसे करें खुद सुधार
-सबसे पहले www.cowin.gov.in पर लागिन करें।
-10 अंकों का मोबाइल नंबर दर्ज करके साइन इन करें।
-खाता विवरण पर क्लिक करें।
-पहली या दूसरी खुराक मिल गई है, तो रेज एन इश्यू बटन दिखाई देगा।
-सर्टिफिकेट में त्रुटि के तहत ऐसे विकल्प होंगे जिन्हें आप सुधारना चाहते हैं।
-उस त्रुटि पर क्लिक करें जिसे आपको ठीक करने की आवश्यकता है।
3144 को लगा टीका
डा. पासी ने बताया कि शुक्रवार को 3141 लाभार्थियों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई। 18 से 44 साल आयु वर्ग में 2896 को पहली डोज लगी। 45 प्लस आयु वर्ग में 160 को पहली और 88 को दूसरी डोज दी गई। शनिवार को 12 स्थानों पर 18 से 44 साल आयु वर्ग और इतने ही स्थानों पर 45 प्लस को टीका लगाया जाएगा।