शर्मनाक, स्कूल संचालक और तहसील अधिकारी पर दुष्कर्म का केस, एक महिला भी आरेापित
करनाल में एक बड़ा मामला सामने आया है। एक नामी स्कूल की महिला कर्मी ने अपने स्कूल के संचालक और तहसील अधिकारी के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाया है।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। करनाल के नामी निजी स्कूल संचालक व तहसील के एक बड़े अधिकारी के खिलाफ स्कूल कर्मी महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। मामले में एक महिला भी आरोपित है। पुलिस ने शिकायत मिलने पर तीनों आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इससे प्रशासनिक गलियारों से लेकर शैक्षिक हलके में हड़कंप के हालात हैं।
पीडि़ता ने एसपी एसएस भौरिया को शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि वह जिस स्कूल में कार्य करती रही हैं, वहां कार्यरत रहने के दौरान उसके खिलाफ एक महिला कर्मी ने शिकायत व पदोन्नति के बारे में बताया। आरोप है कि उक्त महिला ने उन्हें स्कूल संचालक के पास स्कूल परिसर में ही बने आवास में भेज दिया, जहां वह अकेले थे। उसके साथ स्कूल संचालक छेड़छाड़ करने लगा, जिसका उन्होंने विरोध किया और वह वापस आ गईं। इसके बाद फिर उन्हें बुलाया गया और उनके साथ आरोपित ने दुष्कर्म किया। इसके बाद उन्हें तहसील के एक अधिकारी का नाम लेते हुए उसे भी खुश करने का दबाव बनाया गया।
शिकायत में लगाए आरोपों के अनुसार स्कूल संचालक ने कहा कि, हमारी बात मानोगी तो तुम्हारे बच्चे सैट हो जाएंगे और स्कूल में पदोन्नति हो जाएगी। यह सुनकर उसने शोर मचाया तो स्कूल में पुलिस बुलाई गई। वहीं स्कूल के कई अन्य कर्मियों से भी उन्हें धमकाया गया और उन्हीं के खिलाफ ब्लैकमेल करने के आरोप लगाए गए। उसके खिलाफ कार्रवाई कराए जाने का प्रयास किया गया। पुलिस से शिकायत की तो कोई कार्रवाई नहीं की गई और उन्हें धमकी दी जाती रही। वह मानसिक तौर पर भी परेशान रहीं। इसके बाद अपने पति के साथ जाकर एसपी को शिकायत दी और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई।
आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज, जांच शुरू : एसपी
एसपी एसएस भौरिया का कहना है कि अभी मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। वहीं डीएसपी जगदीप दून ने बताया कि पीडि़त महिला ने एसपी को शिकायत दी है, जिसके आधार पर महिला थाना में तीनों आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद
आरोपित तहसील अधिकारी का कहना है कि वे संबंधित महिला को जानते तक नहीं हैं और उन पर इस तरह के आरोप क्यों लगाए गए। आरोपित स्कूल संचालक का कहना है कि आरोप लगाने वाली महिला उन्हें ब्लैकमेल करने लगी तो उसे करीब एक माह पहले नौकरी से निकाल दिया था। अब उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।