शुगर मिल की कैंटीन पर बर्तन साफ करता मिला नाबालिग
कैंटीन संचालक और परिजनों को सोमवार को बुलाया कार्यालय 11 घंटों की नौकरी की एवज में मिलता है चार हजार वेतन।
जागरण संवाददाता, पानीपत : गोहाना रोड स्थित शुगर मिल की प्राइवेट कैंटीन पर एक नाबालिग से काम कराया जा रहा था। किशोर अक्सर अधिकारियों के दफ्तरों में चाय पहुंचाता, लेकिन कामकाज में मशगूल अधिकारी उसे नजरअंदाज कर देते। किसी अधिकारी ने कैंटीन संचालक को रोकने की हिमाकत तक नहीं की।
सीडब्लयूसी टीम ने कैंटीन में रेड की तो वही अधिकारी तमाशबीन बने नजर आए। कागजी कार्रवाई होने पर देर शाम टीम ने किशोर को शेल्टर होम में भर्ती कराया। सीडब्लयूसी टीम सदस्य डॉ. मुकेश आर्य ने बताया कि उन्हें शुगर मिल की प्राइवेट कैंटीन में 13 वर्षीय नाबालिग से काम करवाए जाने की शिकायत मिली। शनिवार को टीम ने 8 मरला चौकी पुलिस के साथ रेड की तो किशोर कैंटीन में बर्तन साफ करता हुआ मिला।
पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि वह पिछले एक महीने से कैंटीन पर काम कर रहा है। सुबह 8 से शाम 7 बजे तक काम करने की एवज में उसे चार हजार रुपये मेहनताना मिलता है। कैंटीन संचालक विजय ने बताया कि वह दो साल से मिल में प्राइवेट कैंटीन चला रहा है। कुछ दिन पहले ही किशोर ने कैंटीन में काम शुरू किया था। बांई टांग की नसें ब्लॉक होने के कारण वह अक्सर किशोर को अधिकारियों के कार्यालय में चाय-पानी देने के लिए भेज देता था। अब कैंटीन संचालक और परिजनों से पूछताछ के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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