यमुनानगर में किशोरी से दुष्कर्म, पुलिस में शिकायत देने पर पिता को पीटा
यमुनानगर में किशोरी से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोप है कि साढौरा थाना क्षेत्र के एरिया निवासी 17 वर्षीय किशोरी से पड़ोसी मोहित ने दुष्कर्म किया। बताने पर धमकी दी।
यमुनानगर, जेएनएन। यमुनानगर में किशोरी से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोप है कि साढौरा थाना क्षेत्र के एरिया निवासी 17 वर्षीय किशोरी से पड़ोसी मोहित ने दुष्कर्म किया। आरोपित ने किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। डर की वजह से उसने किसी को कुछ नहीं बताया। बाद में जब बेटी चुपचाप रहने लगी, तो परिवार ने बात की। जिस पर मामले का पता लगा। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर लिया। पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, किशोरी खेतों की ओर गई थी। तभी पड़ोस का ही मोहित भी उसके पीछे पहुंच गया। उसे अकेला पाकर खेतों में खींच लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। इस बारे में आरोपित के घर पर उलाहना दिया, तो पीडि़ता के परिवार को धमकी देने लगा। जिस पर स्वजनों ने किशोरी को रिश्तेदारी में छोड़ दिया। एक दिन मां किशोरी के पास मिलने के लिए गई। पीछे से मोहित व उसके स्वजनों को लगा कि किशोरी के स्वजन उसकी शिकायत देने गए है। इस पर आरोपित मोहित अपने स्वजनों के साथ घर पर किशोरी के घर पहुुंचा और उसके पिता के साथ मारपीट की।
किशोरी के साथ दुराचार के मामले में एसपी से मिला 11 सदस्यीय शिष्टमंडल
पिपली : शहर के साथ लगते एक गांव की किशोरी के साथ दुराचार, देह व्यापार में धकेलने के मामले को लेकर 11 सदस्यीय शिष्टमंडल सोमवार को एसपी आस्था मोदी से मिला। शिष्टमंडल की ओर से सेवानिवृत डीएसपी कर्ता राम ने पूरे मामले की जानकारी देकर मुख्यारोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसप ने शिष्टमंडल को बताया कि मुख्यारोपियों के खिलाफ ठोस सबूत नहीं मिले हैं। जिसके चलते उनकी गिरफ्तारी में देरी हो रही है। तीनों मुख्यारोपितों का सप्ताह के अंदर-अंदर लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाएगा। अगर लाई डिटेक्टर में उनके खिलाफ सबूते मिले तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस ने ढाबे से ली गई डीवीआर पर भी उठाए सवाल
आरोपितों की निशानदेही व सबूत जुटाने के लिए ढाबे से डीवीआर कब्जे में लेकर सीएफएसएल में जांच के लिए भेजी है। उस पर भी सवाल उठाए हैं। आरोप है कि मामला लगभग छह महीने पुराना हो चुका है। ऐसे में ढाबे में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व रिकॉर्ड का बैकअप मिलना संभव नहीं है। मुख्यारोपितों के कराए जा रहे लाई डिटेक्टर पर भी कोई विश्वास नहीं है।
एक सप्ताह का दिया एल्टीमेटम
शिष्टमंडल ने बताया कि यदि पुलिस ने एक सप्ताह के अंदर मुख्यारोपितों को गिरफ्तार नहीं किया तो समाज के लोग आंदोलन कर सड़कों पर उतर जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। पूर्व डीएसपी कर्ता राम, तरसेम ङ्क्षसह, रणधीर सुलखनी ने कहा कि भा बेटियों के साथ इस तरह की वारदता को सहन नहीं किया जाएगा।