मानसिक दिव्यांग बच्ची ने कोरोना को हराया, सिरसा होगी शिफ्ट
जागरण संवाददाता पानीपत सिद्धार्थ नगर स्थित बाल देखरेख केंद्र (सीसीआइ) में अकेली रखी गई कोरो
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिद्धार्थ नगर स्थित बाल देखरेख केंद्र (सीसीआइ) में अकेली रखी गई कोरोना संक्रमित (सिविल अस्पताल में भर्ती) साढ़े सात साल की मानसिक दिव्यांग बच्ची ने वायरस को हरा दिया है। उसकी दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। बुधवार को उसे सिरसा स्थित शिशु देखरेख केंद्र में शिफ्ट किया जाएगा।
उधर, सीसीआइ संचालक पर भी गाज गिरनी तय है। बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन पदमा रानी ने दैनिक जागरण को बताया कि 12 नवंबर को बच्ची के स्वाब सैंपल लिए गए थे। 15 नवंबर को उसकी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई थी। उसे होम आइसोलेशन में रखा गया था। पता चला कि सीसीआइ संचालक ने उसे कमरे में बंद कर अकेला छोड़ दिया था। बच्ची के चीखने के बाद पड़ोसियों ने जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड की सदस्य मालती अरोड़ा को सूचना दी थी। मौके पर पहुंचे लोगों ने बच्ची को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था। 24 नवंबर को बच्ची के स्वाब दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है।
चेयरपर्सन के मुताबिक सिविल अस्पताल से डिस्चार्ज की रिपोर्ट तीन बजे के बाद मिली। बुधवार को बच्ची को सिरसा या सोनीपत शिशु गृह में शिफ्ट किया जाएगा। फिलहाल वह वार्ड में ही भर्ती है।
स्टाफ नर्स-गार्ड से बनाया रिश्ता :
कहावत है कि बच्चा प्यार का भूखा होता है। पूर्वा (समिति ने दिया नाम) अपना नाम पीपी बताती है। वार्ड में ड्यूटी कर रही स्टाफ नर्स व महिला गार्ड को मम्मी कहकर पुकारती है। दोनों ने बच्ची को कपड़े खरीदकर दिए हैं। आइसोलेशन वार्ड के नोडल अधिकारी डा. विरेंद्र ढांडा ने उसे खिलौने, बिस्किट्स आदि सामान दिया, ताकि बच्ची का मन अस्पताल में लगा रहे। हालांकि, अब वह वार्ड से बाहर जाने की जिद करने लगी है।
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बच्ची की दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव मिलने की सूचना है। बुधवार को उसे सिरसा शिफ्ट किया जाएगा। सीसीआइ संचालक के विरुद्ध एक्शन रिपोर्ट तैयार है। बुधवार को संबंधित अधिकारियों को प्रेषित कर दी जाएगी। इससे पहले कुछ कहना ठीक नहीं होगा।
ज्योति बेंदा, चेयरपर्सन-हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग।