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सिविल अस्पताल में पंचकूला की तर्ज पर बनेगी एमसीएच विंग, गिराई जाएगी पुरानी बिल्डिंग

पानीपत के सिविल अस्पताल में पंचकूला की तर्ज पर एमसीएच विंग बनाई जाएगी। विंग बनाई जाएगी। इसके लिए जल्‍द ही पुरानी बिल्डिंग को गिराने के बाद टेंडर भी जारी कर दिया जाएगा। 13 करोड़ रुपये पीडब्ल्यूडी को मिले हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 06:30 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 06:30 AM (IST)
सिविल अस्पताल में पंचकूला की तर्ज पर बनेगी एमसीएच विंग, गिराई जाएगी पुरानी बिल्डिंग
सिविल अस्पताल में छह मंजिला मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ (एमसीएच) विंग पंचकूला की तर्ज पर बनेगी।

पानीपत, जेएनएन। सिविल अस्पताल में प्रस्तावित 100 बेड की छह मंजिला मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ (एमसीएच) विंग पंचकूला की तर्ज पर बनेगी। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को गिराने के लिए अगले माह टेंडर जारी किए जाएंगे। पीडब्ल्यूडी ने इसका एस्टीमेट बना दिया है। निर्माण कार्य के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 13 करोड़ रुपये पीडब्ल्यूडी के खाते में जमा भी करा दिए हैं।

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प्रदेश सरकार ने फरवरी 2018 में बजट सत्र के दौरान 100 बेड की एमसीएच विंग निर्माण को मंजूरी दी थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गत 30 अक्टूबर 2018 को 20 करोड़ रुपये की मंजूरी भी दी। पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर ही एमसीएच विंग बननी है। पुरानी बिल्डिंग का एरिया करीब 23 हजार 425 फुट है। नक्शे के मुताबिक पीडब्ल्यूडी ने इसे पर्याप्त बताया है। अस्पताल प्रशासन बिल्डिंग को खाली कर दिया है। कुछ हिस्से में अस्थाई रूप से कोरोना ओपीडी और आइसोलेशन वार्ड बनाया हुआ है।

डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया ने एमसीएच विंग को लेकर डीजी हेल्थ से मीटिंग हो चुकी है। पुरानी बिल्डिंग के मैटिरियल की वेल्यू पीडब्ल्यूडी ने 18 लाख निर्धारित की है। 15 नवंबर से पहले इसे गिराने के लिए टेंडर जारी कर दिए जाएंगे।

बिल्डिंग में नहीं होगा बेसमेंट :

डा. पोरिया के मुताबिक पहले बिल्डिंग पांच मंजिला बननी थी, नीचे बेसमेंट रहना था। बेसमेेंट को सर्विस ब्लाक या पार्किंग के रूप में इस्तेमाल करना था। अब बेसमेंट नहीं बनेगा, बिल्डिंग छह मंजिला होगी। सर्विस ब्लाक का निर्माण दूसरे स्थान पर होगा।

एक छत के नीचे जच्चा-बच्चा :

एमसीएच विंग में प्रसव से पहले गर्भवती महिलाओं को रखने के लिए बेड होंगे। महिला ओपीडी, प्रसूति वार्ड और स्पेशल न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट बनेगी। एक आपरेशन थियेटर भी बन सकता है। सीधा अर्थ, जच्चा-बच्चा का चेकअप और इलाज एक छत के नीचे होगा। इसी के साथ अस्पताल 300 बेड का हो जाएगा।  

अब हैं यह स्थिति :

अस्पताल की नई बिल्डिंग में अस्थाई एमसीएच विंग बनाई हुई है। शिशु रोग ओपीडी और गर्भवती महिलाओं की जांच ओपीडी ब्लाक में होती है। द्वितीय तल पर प्रसूति वार्ड है। चतुर्थ तल पर स्पेशल न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट है। आपरेशन थियेटर पंचम तल पर है। गर्भवती महिला, जच्चा-बच्चा को लेकर अस्पताल का स्टाफ और स्वजन पूरे दिन दौड़ते देखे जा सकते हैं।


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