दशहरा में पिपली में हो सकता है प्रशासन और भाकियू में टकराव, भाजपा मंत्रियों के पुतला फूंकने की तैयारी
भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसान 25 अक्टूबर को पिपली अनाजमंडी में जुटेंगे। इस दौरान भाकियू कृषि कानून का समर्थन करने वाले भाजपा के मंत्रियों का पुतला जलाएंगे। वहीं प्रशासन भी इसको लेकर अलर्ट है। प्रशासन सतर्क हो गया है।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान दशहरे के दिन पिपली अनाज मंडी में एक बार फिर जुटेंगे। भाकियू यहां पुजला फूंकने की तैयारी में है। यूनियन ने पुतले भी तैयार करवा लिए हैं। इधर प्रशासन और पुलिस भी सतर्क हो गया है। किसानों ने यहीं पर 10 सितंबर को विरोध में रैली की थी। पुलिस ने कोविड-19 के चलते किसानों को रोकना चाहा तो धक्का मुक्की हो गई और पुलिस को हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा था।
भारतीय किसान यूनियन ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में 10 सितंबर को किसान बचाओ मंडी बचाओ रैली के बाद 20 सितंबर को सड़कें जाम रखी थी। अब एक बार फिर किसान विरोध कर रहे हैं। भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम ङ्क्षसह चढूनी ने बताया कि दशहरा के दिन पिपली अनाज मंडी में पुतला दहन किया जाएगा। यूनियन ने पीएम और तीनों कृषि कानूनों का समर्थन करने वाले मंत्रियों को पुतले में शामिल किया है। यहीं पर पांच नवंबर को करनाल के नीलोखेड़ी में जीटी रोड पर जाम लगाने का फैसला लिया जाएगा।
पहुंचेंगे बड़े नेता
इस मौके पर भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी सहित अन्य बड़े नेता पहुंचेंगे। इन्हीं नेताओं पर कुरुक्षेत्र और इसके आस-पास होने वाले आंदोलनों की कमान रहती है। किसी भी बड़े आंदोलन की रणनीति में यह सभी नेता शामिल रहते हैं। यही किसान नेता रविवार को पिपली की अनाज मंडी में एकत्रित होंगे।
इधर, पीटीआई भी बड़े आंदोलन की तैयारी में
लघु सचिवालय के सामने हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले बर्खास्त पीटीआइ का धरना 132वें दिन में प्रवेश कर गया। समिति प्रधान रणधीर ङ्क्षसह सैनी की अध्यक्षता में मनोज पांचाल, प्रवीण कुमार, नरेश व अनिल सुबह नौ बजे से लेकर सायं पांच बजे तक भूख हड़ताल पर बैठे। सभी पीटीआइ साथियों में ने प्रधान रणधीर सैनी की अध्यक्षता में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द उन्हें बहाल करें नहीं तो वे बड़े आंदोलन को झेलने के लिए तैयार रहे। आज सभी वर्ग सरकार की गलत नीतियों के कारण दुखी हैं। इस दौरान कुरुक्षेत्र सर्व कर्मचारी महासंघ हरियाणा, रोडवेज यूनियन की जिला कार्यकारिणी, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, हेमसा, पुरानी पेंशन बहाली संघ, बिजली निगम व अन्य संगठनों के पदाधिकारी ने अपना समर्थन दिया। इस मौके पर सुभाष, रोहताश, कर्मवीर, सुलतान, जोगेंद्र राणा, अवतार व सुखङ्क्षवद्र मौजूद रहे।