यूपीएससी में 2वां रैंक लेकर मनोज बने सीबीआइ में अभियोजन अधिकारी
किसान के लाडले ने बढ़ाया जिलावासियों का मान।
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-किसान के लाडले ने बढ़ाया जिलावासियों का मान
जागरण संवाददाता, पानीपत :
पानीपत के होनहार एडवोकेट मनोज टूर्ण ने संघ लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित अभियोजन अधिकारी पद के लिए हुए साक्षात्कार में ऑल इंडिया में 22 वां स्थान हासिल किया है। उनकी नियुक्ति केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के किसी भी कार्यालय में अभियोजन अधिकारी के पद पर होगी। किसान पुत्र की इस उपलब्धि से परिवार में खुशियों का माहौल है। वकील साथियों ने भी उन्हें बधाई दी है। बता दें कि पूरे भारत में आयोजित की गई इस परीक्षा में कुल 47 सीटें थीं।
मूल रूप से असंध जिला करनाल निवासी एडवोकेट मनोज टूर्ण वर्ष 2009 में एमडीयू रोहतक से एलएलबी की डिग्री हासिल की। फिलहाल सेक्टर 6 पानीपत में पिता सुमेर ¨सह, मां दर्शन, वकील पत्नी ममता और पांच वर्षीया बेटी मानवी के साथ रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि संघ लोक सेवा आयोग ने अभियोजन अधिकारी पद के लिए 25 नवंबर 2017 को परीक्षा आयोजित की। 22 दिसंबर को परीक्षा का रिजल्ट आया। 14 मई 2018 को इंटरव्यू हुए। इंटरव्यू पूरी तरह एलएलबी कोर्स से जुड़ा था। क्रिमिनल केस के एडवोकेट होने के कारण उत्तर देने में ज्यादा दिक्कत नहीं आई। यह निरंतर प्रयास का ही परिणाम है। इससे पहले उन्होंने जूडिशियल ऑफिसर के लिए 11 बार परीक्षा दी। दो बार पास भी हुए लेकिन मेरिट नहीं आई। अभियोजन अधिकारी पोस्ट के लिए तीन बार इंटरव्यू में असफल रहे।चौथी बार में सफलता मिली है।
पत्नी ममता भी एडवोकेट है। पति पत्नी एक ही चैंबर में बैठकर प्रैक्टिस करते हैं कितनी मदद मिली? इस सवाल पर मनोज टूर्ण ने कहा कि पति-पत्नी एक पेशे से जुड़े होने पर सवालों पर चर्चा करना आसान हो जाता है। परीक्षा की तैयारी में नि:संदेह मदद मिली है। उन्होंने सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों के सहयोग को दिया है।