आसाराम और नारायण साईं के खिलाफ मुख्य गवाह ने पुलिस सुरक्षा पर उठाए सवाल, सेशन जज और डीजीपी को भेजी शिकायत
आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं के खिलाफ मुख्य गवाह महेंद्र चावला ने पुलिस सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। चावला ने सेशन जज और डीजीपी को शिकायत भेजी है। उन्होंने कहा पुलिस रिकार्ड में उनकी सुरक्षा में पांच पुलिसकर्मी हैं रहते हैं दो पुलिसकर्मी।
पानीपत, जागरण संवाददाता। आसाराम बापू और उसके बेटे नारायण साईं के खिलाफ दुष्कर्म मामले में मुख्य सरकारी गवाह सनौली खुर्द गांव के महेंद्र चावला पुलिस सुरक्षा से संतुष्ट नहीं हैं। चावला की माने तो पुलिस कथित रिकार्ड के अनुसार उसकी की सुरक्षा में पांच पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। चावला का दावा है कि सुरक्षा में दो ही पुलिसकर्मी उनके साथ रहते हैं। तीन पुलिसकर्मी छुट्टी पर रहते हैं।
महेंद्र चावला हैं सरकारी गवाह
महेंद्र चावला जिला सेशन कोर्ट जज, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग दिल्ली, करनाल रेंज के आइजी, राज्य गृह सचिव, राज्य मुख्य सचिव, रजिस्ट्रार हाईकोर्ट चंडीगढ़ और डीजीपी हरियाणा को शिकायत को दी है कि वह आसाराम बापू और उसके बेटे नारायण साईं के खिलाफ सरकारी गवाह है।
चावला को जान का खतरा
2015 में डीजीपी गुजरात ने तत्कालीन डीजीपी हरियाणा को चिट्ठी लिखी थी कि महेंद्र चावला की जान को खतरा है। उसकी सुरक्षा बढ़ाई जाए। इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। नतीजा ये रहा कि 13 मई 2015 को घर में घुसकर चावला पर जानलेवा हमला किया गया। एक गोली चावला के कंधे में लगी और एक दीवार पर लगी थी।
20 सितंबर को केस में होनी है गवाही
चावला पर जानलेवा हमले के मामले में 16 सितंबर 2022 को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश निशांत की कोर्ट ने हमले की साजिश रचने के आरोप में नारायण साईं सहित चार आरोपितों पर आरोपित तय किए थे। इस मामले में कई आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। इस केस में गवाही होनी है और 20 सितंबर की तारीख लगी है। चावला ने पुलिस सुरक्षा चौकस करने की मांग की है।
15 दिन ड्यूटी, 15 दिन आराम
महेंद्र चावला का दावा है कि एसपी के आदेश हैं कि चावला कि सुरक्षा पुख्ता रखी जाए। जबकि गार्द इंचार्ज अंग्रेज सिंह ने कहा कि पुलिसकर्मी आने से मना कर रहे हैं। सभी पुलिसकर्मी यहां पर तंग हैं। आपकी सुरक्षा ड्यूटी में कोई नहीं रहना चाहता। चावला ने लिखा कि पुलिसकर्मी 15 दिन ड्यूटी करते हैं। 15 दिन आराम करते हैं। फिर भी पुलिसकर्मी तंग हैं तो वह क्षमा प्रार्थी हैं। क्योंकि इससे ज्यादा वह सहयोग नहीं कर सकता।
अपने खर्चे पर दे रहा हूं पुलिसकर्मियों को सुविधा
उसने सुरक्षा कर्मियों को रहने सोने के लिए अलग कमरा दिया हुआ है, जिसमें अटैच वाशरूम है। बेड-बिस्तरा, गद्दे आदि भी बिछे हुए हैं। 24 घंटे बिजली की व्यवस्था है। पंखा और ताजे पानी के लिए सबमर्सिबल पंप है। सर्दियों में गर्म पानी की व्यवस्था, खाना बनाने व गर्म करने के लिए गैस चूल्हा- सिलेंडर आदि तक दिया हुआ है। चावला ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार सुरक्षा सरकारी खर्चे पर दी जाएगी, लेकिन सभी खर्चे उसे खुद ही वहन करने पड़ रहे हैं। जिसके कारण वह लोगों का कर्जदार भी हो गया है।