महाशिवरात्रि पर बन रहा यह दुर्लभ संयोग, मिलेगा विशेष फल
इस बार महाशिवरात्रि पर विशेष संयाेग बन रहा है। सोमवार को दोपहर 231 बजे शिव योग शुरू होगा। वहीं सोमवार को महाशिवरात्रि होने से यह संयाेग और ज्यादा लाभकारी है।
पानीपत, जेएनएन। महाशिवरात्रि पर इस बार शिव योग का दुर्लभ संयाेग बन रहा है। सोमवार को महाशिवरात्रि है। कई वर्षों के बाद इस तरह का योग बना है। भगवान शिव का व्रत रख कर जलाभिषेक करने वाले भक्तों के लिए यह दुर्लभ योग विशेष फल देने वाला है।
फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। पानीपत में सामाजिक व धार्मिक संगठन इसकी तैयारियाें में जुटे हैं। सोमवार को दोपहर 2:31 बजे दुलर्भ योग शुरू होगा। शाम 4 बजकर 29 मिनट पर महाशिवरात्रि की तिथि आएगी। मंगलवार को सुबह 6 बजकर 47 मिनट तक यह तिथि रहेगी।
मंदिरों में सुबह 5 बजे से जलाभिषेक
असंध रोड शिवपुरी सहित शहर के अन्य कई मंदिरों में चार पहर रुद्राभिषेक पूजन किया जाएगा। वेद पुराण ग्रथों के अनुसार भगवान शिव को यह योग अति प्रिय है। शिव-पार्वती का विवाह इसी दिन हुआ था।
कैसे करें पूजन
शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराने के बाद गंगाजल अर्पित करें। पुष्प, चंदन, धूप व बेलपत्र चढ़ाने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। शिव को प्रसन्न करने के लिए भांग व धतूरा भी चढ़ाते हैं। असंध रोड शिवपुरी प्रधान वेद मक्कड़ ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन रात आठ बजे से चार पहर पूजा शुरू होगी। विपिन सरधाना ज्योत प्रज्वलित करेंगे। चार सौ से अधिक परिवार चार पहर पूजन में शामिल होंगे। मंदिर को भव्य ढंग से सजाया गया है।
देवी मंदिर
देवी मंदिर के पुजारी आचार्य लालमणि पांडेय ने बताया कि महाशिवरात्रि पर सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक 51 किलो दूध से रुद्राभिषेक होगा। भगवान शिव की पूजा कर उपासना करेंगे। व्रत रखने वाले सभी महिला पुरुष ओम नम: शिवाय का जाप जरूर करें। रात में चार पहर रुद्राभिषेक पूजन में भाग लें। काल सर्प दोष निवृत्ति के लिए चांदी के सर्प-सर्पनी बना कर पूजन करें।
सेक्टर 12 शिव मंदिर
पंडित राम प्रकाश पाठक ने बताया कि मंदिर में सुबह 5 बजे से जलाभिषेक होगा। रात 9:30 बजे से मध्य रात्रि 12 बजे तक भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा। पुलवामा में शहीद जवानों की आत्मिक शांति की कामना की जाएगी।
गंगाधाम मंदिर
पंडित निरंजन पाराशर ने बताया कि महाशिवरात्रि पर इस बार दुलर्भतम योग है। इलाहाबाद में लगने वाले महाकुंभ की संपूर्णता इस त्योहार से होगी। अविवाहित व विवाहित लोग व्रत रख कर सुखी जीवन की कामना करते हैं। मंदिर पर अभिषेक पूजन होगा।
अवधधाम मंदिर
पंडित दाऊजी महाराज ने बताया कि नमक-चमक विधि से महारुद्राभिषेक किया जाएगा। रुद्री के आठों अध्याय से महाभिषेक होगा। शाम को मंदिर की महिला संकीर्तन मंडली की तरफ से भजन संध्या का आयोजन होगा। गन्ने के रस और सरसों तेल से रुद्राभिषेक होगा।
इसलिए दुर्लभ संयाेग
महाशिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बन रहा है। सोमवार का स्वामी चंद्रमा है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को सोम कहा गया है। और भगवान शिव को सोमनाथ। महाशिवरात्रि पर सूर्य-चंद्रमा शिव योग बना रहे हैं। ये योग सोमवार को दोपहर 2 बजकर 31 मिनट से शुरू हो रहा है। यह कल्याणकारक एवं सफलतादायक योग होता है। इसमें भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल मिलता है।