Facebook पर प्यार का पंचायतनामा, नाबालिग से शादी के लिए अड़ गई युवती
फेसबुक पर दोस्ती के बाद दिल्ली की युवती को पानीपत के गांव कचरौली के नाबालिग से प्यार हो गया। 12 साल छोटे प्रेमी से शादी करने के लिए युवती गांव पहुंच गई। मामले में पंचायत बैठी।
पानीपत [राजकुमार]। फिल्मों में अक्सर देखा होगा कि फेसबुक पर दोस्ती होती है और फिर प्यार। इसके बाद मामला शादी तक भी पहुंच जाता है। एक ऐसा ही मामला पानीपत में सामने आया है। लेकिन इस प्यार के किस्से में कई टवीस्ट हैं। एक तरह से ये प्यार का पंचनामा नहीं, प्यार का पंचायतनामा हो गया है। लड़का नाबालिग और युवती उससे 12 साल बड़ी है। प्यार की हद इतनी कि युवती शादी करने के लिए लड़के के गांव पहुंच गई। इस बात पर पंचायत बैठ गई। आगे क्या हुआ, ये जानने के लिए पढ़ें ये खबर।
दिल्ली की एक युवती को पानीपत के गांव कचरौली के किशोर से फेसबुक पर दोस्ती हो गई। काफी दिन तक बात होने पर दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। वह अब लड़के से शादी करना चाहती है। इसी इरादे से दिल्ली से लड़के के गांव पहुंच गई। लड़का नाबालिग और युवती से 12 साल छोटा है। ऐसे में लव स्टोरी में अब पेंच फंस गया।
युवती ने लड़के के परिजन से की शादी की बात
पानीपत के गांव कचरौली के किशोर से दिल्ली के बदरपुर की रहने वाली युवती की कई महीने पहले फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। एक दूसरे को घर का पता भी बता रखा था। ग्राम पंचायत ने बताया कि मंगलवार शाम को युवती सीधे कचरौली पहुंच गई। यहां किशोर का पता पूछते हुए घर पहुंची। उसने परिजनों से मिलकर शादी का प्रस्ताव रख दिया। शादी की बात सुनकर परिजन हैरान रह गए।
ट्रेन से पहुंची गांव कचरौली
युवती सुबह ही दिल्ली से ट्रेन के जरिए गांव कचरौली पहुंची थी। युवती को घर पर देखकर किशोर ने परिजन को पूरी बात बताई। परिजनों ने युवती को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह शादी पर अड़ी रही। जब वह नहीं मानी तो सरपंच सुनील को जानकारी दी गई। युवती को पंचायत के पास ले जाया गया।
इसलिए शादी में फंसा पेंच
परिजनों से पंचायत ने जानकारी ली तो किशोर युवती से 12 साल छोटा निकला। युवती की उम्र 29 और किशोर की उम्र 17 साल निकली। सरपंच सुनील ने बताया कि शादी के लिए किशोर की उम्र कानूनी नियमों के मुताबिक पूरी नहीं है। सरपंच ने जब उसे जाने के लिए कहा तो वह फिर नहीं मानी। इसके बाद युवती से उसके परिजनों का मोबाइल नंबर लेकर बात की गई और गांव में आने को कहा गया। जब उसके परिजन पहुंचे तो कानूनी नियमों का हवाला देकर उसे समझाया गया। सुबह होते ही सरपंच सुनील और कुछ ग्रामीण युवती सहित परिजनों को बदरपुर स्थित उसके आवास तक छोड़कर आए। गांव में दिन भर इस मामले को लेकर चर्चा रही।
तीन दिन बाद फिर लौटी
शुक्रवार को शाम छह बजे युवती फिर लौट आई। इस बार वह सीधे सरपंच सुनील के घर पहुंची। यहां उसने किशोर के साथ अपनी शादी के लिए सरपंच से गुहार लगाया। वहीं, सरपंच ने किशोर के परिजनों के साथ पुलिस को भी लड़की के वापस लौटने की सूचना दी। इसके बाद सरपंच ने ज्यादा रात हो जाने के चलते लड़के की मां और बहन के साथ उसे रोका।
लड़के के बालिग होने तक करेगी इंतजार, लिया लिखित
सुबह जब सरपंच सुनील ने उसे जाने के लिए कहा तो वह नहीं मानी। उसे काफी समझाया गया और कानूनी अड़चन की बात बताई। तब भी वह जाने को तैयार नहीं हुई। युवती का कहना था कि वह यहां से बिना शादी के नहीं जाएगी। पंचायत ने बालिग होने पर शादी की बात कही तो वह मान गई। लेकिन युवती ने पंचायत ने इस बारे में लिखित लिया। तीन साल बाद शादी कराने का लिखित मिलने के बाद ही युवती बस से दिल्ली लौट गई।