Ambala Coronavirus Update: बड़ी राहत, एक हजार NRI का क्वारंटाइन खत्म, 1250 आए थे विदेश से
Amabla Coronavirus Update अंबाला में एनआरआइ का क्वारंटाइन 20 तक पूरा हो जाएगा। करीब 1250 एनआरआइ अंबाला आए थे। इनमें से 1000 ने अपना क्वारंटाइन पूरा कर लिया है।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। अंबाला के लोगों के लिए फिलहाल राहत भरी खबर है। अंबाला में 20 अप्रैल तक विदेश से लौटे एनआरइ का क्वारंटाइन की अवधि पूरी हो जाएगी। इससे कोरोना पॉजिटीव केस आने का खतरा कम हो जाएगी। हालांकि विदेश से लौटाने वालों में अभी तक कोई पॉजिटीव नहीं मिला है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने क्वारंटाइन अवधि पूरा होने पर पोस्टर हटाने काम शुरू कर दिया है।
जिले में स्वास्थ्य विभाग ने करीब 1250 विदेश से लौटे एनआरआइ को क्वारंटाइन किया है। इन लोगों के घरों पर नोटिस भी चस्पा दिया। वहीं दिन में पुलिस, निगम और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जांच के लिए जाते थे। यदि व्यक्ति घर से बाहर मिलता है, तो सीधे कानूनी कार्रवाई की जाती है। मजबूरी में लोग राशन तक भी लेने नहीं जा रहे हैं। लेकिन अब धीरे-धीरे एनआरआइ का क्वांटाइन अवधि पूरा होने लगी है।
जिले में 1000 से ज्यादा एनआरआइ का क्वारंटाइन अविध पूरा हो चुकी है। इसमें किसी भी विदेश यात्रा से लौटे लोगों में कोरोना नहीं मिला है। अब स्वास्थ्य विभाग ने घरों से क्वारंटाइन का पोस्टर भी हटाने काम शुरू कर दिया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने पांच टीमों का गठन कियाहै। वहीं 20 अप्रैल तक सभी एनआरआइ का क्वारंटाइन अवधि पूरा हो जाएगी। अब केवल तब्लीगी जमातियों पर निगरानी में रखा जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की माने तो जिले में पांच जमाति पॉजिटीव मिले है।
जिले में 20 अप्रैल तक सभी एनआरआइ का क्वारंटाइन अवधि पूरा हो जाएगी। जिन लोगों का क्वारंटाइन अवधि पूरा हो चुकी है। इन घरों से पोस्टर हटाने काम भी शुरू कर दिया है।
डा. विपिन भंडारी, एएसएमओ, स्वास्थ्य विभाग
कोरोना से जीत खुश हुई वृद्धा, घर जाने की तैयारी
छावनी के टिंबर मार्केट में कोरोना के संक्रमण से हुई मौत के बाद रिश्तेदारी की एक महिला की कोरोना संक्रमण की शिकायत आई। एक दिन पहले उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। फिलहाल उसे मुलाना मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। रिपोर्ट आने की जानकारी होने पर पंजाब की रहने वाली महिला काफी खुश है। अब उसका कहना है कि कोरोना की जंग जीतने में उसका हौसला और कोरोना योद्धाओं का अथक प्रयास के साथ इलाज की जितनी भी प्रसंशा की जाए वह कम है। मुलाना मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ को किसी फरिश्ते से कम नहीं आंकती हैं। महिला का कहना है कि उसकी एक बेटी और दामाद विदेश में रहते हैं, सभी को जैसे ही फोन पर मेरी तबीयत की जानकारी हुई तो वह लोग भी काफी परेशान हुए, भगवान का शुक्र है कि मेरी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई और हमारे बच्चे और रिश्तेदारों ने राहत की सांस ली।