Panipat Weather Forecast: पानीपत में बूंदाबांदी, आसपास के जिलों में तेज बारिश
पानीपत में शुक्रवार सुबह बूंदाबांदी हुई। जबकि आसपास के जिले करनाल और कुरुक्षेत्र में तेज बारिश हुई। वहीं बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट हुई।
पानीपत, जेएनएन। सुबह से बादल छाए रहे। तेज हवा चली। साढ़े नौ बजे से बूंदाबांदी शुरू हुई। रुक-रुक कर हो रही है। बूंदाबांदी होने से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। दो अंक तक तापमान में गिरा। 33 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 31 डिग्री रहा। न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार और वीरवार को भारी बारिश का मौसम विभाग का अनुमान गलत साबित हुआ। बादल तो छाए रहे लेकिन बारिश नहीं हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को दिन भर बादल छाए रहेंगे। दोपहर बाद हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। तापमान अधिकतम 32 डिग्री रहेगा। न्यूनतम तापमान 25 से 26 डिग्री रहने की संभावना है। बूंदाबांदी होने से उमस भरी गर्मी से राहत मिली। पिछले कई दिनों से उमस भरी गर्मी से शहर वासी जूझ रहे थे।
प्रदूषण के स्तर में सुधार रहा
हुडा सेक्टर 18 स्थित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संयंत्र के मुताबिक एयर क्वालिटी इंडेक्स 87 एमजी रहा। जो संतोष जनक स्थिति में आता है। बूंदाबांदी से जगह-जगह कीचड़ होने से वाहन चालकों की परेशानी झेलनी पड़ी। सब्जी मंडी में हालत ज्यादा खराब हुए। कीचड़ में से होकर लोगों की सब्जी खरीदने जाना पड़ा। अन्य प्रदेशों में बारिश होने के कारण सब्जी आवक कम चल रही है। आपूर्ति मांग की अपेक्षा कम होने के कारण सब्जियों की भाव में उछाल जारी है। शुक्रवार को टमाटर 70 रुपये किलो बिका। हरी सब्जियां 60 रुपये किलो से कम नहीं मिल रही है।
कुरुक्षेत्र में आधे शहर में बादल, आधे शहर में बारिश
पिछले दो दिन से धर्मनगरी के आसमान में बादलों और धूप में लुका-छीपी चल रही है। आसमान में बादलों के बावजूद बरसात ना होने पर उमस भरी गर्मी ने लोगों का हाल-बेहाल कर रखा है। दो दिन से ही कहीं-कहीं आधे शहर में बूंदा-बांदी हो रही है और आधे शहर में लोग उमस से परेशानी झेल रहे हैं। तापमान 31 डिग्री सेल्सियस होने पर भी दिन भर लोगों के बदन से पसीना टपक रहा है। हवा में नमी का स्तर 80 फीसद तक पहुंच गया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं। अगस्त माह का अंतिम सप्ताह चल रहा है, ऐसे में रात के मौसम में कुछ ठंडक महसूस होेने लगी है।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार रात में कुछ ठंड होेने और दिन में तापमान अधिक होने पर फसलों की बीमारियां बढ़ सकती हैं। ऐसे में किसान अपनी फसलों का ध्यान रखें और फसल में बीमारी के लक्षण दिखने पर कृषि विशेषज्ञ से बातचीत कर उपचार करें। बरसात होने पर कई बार फसलों से बीमारियां भी दूर हो जाती हैं। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. प्रदीप मील ने बताया कि आने वाले दो-तीन दिनों में बूंदाबांदी हो सकती है।
करनाल में झमाझम बरसे बादल, तापमान में गिरावट
शुक्रवार की सुबह मौसम ने फिर करवट बदली। झमाझम बरसात के साथ दिन की शुरुआत हुई तो लोगों ने गर्मी से खासी राहत महसूस की। इस दौरान कई जगह जल भराव के कारण लोगों को आवागमन में समस्या का सामना करना पड़ा तो वहीं जनजीवन भी प्रभावित हुआ। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह से ही बरसात शुरू हो गई। ठंडी हवाएं चलने से लोगों को राहत का एहसास हुआ। कई जगह सड़कों पर पानी भर गया। इससे कहीं जाम लगा तो कहीं यातायात बेहद धीमे चला। राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर एक पर भी वाहनों की रफ्तार प्रभावित हुई।
शुक्रवार सुबह करीब तीन डिग्री गिरावट के साथ तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया हवाएं चार किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलीं। नमी का स्तर करीब 76 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में बरसात का यह सिलसिला कायम रह सकता है। हालांकि, बीच-बीच में मौसम साफ भी होगा।