सैलजा के खेमे में तंवर गुट के नेता, सचदेवा भी सामने आए
पानीपत में हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पहुंचने पर तंवर गुट के नेता सैलजा के खेमे में पहुंच गए। स्वागत करने के लिए पहुंचे कई गुटों के कार्यकर्ता।
पानीपत, जेएनएन। हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर खेमे के नेता अपने लिए नई जगह तलाश कर रहे हैं। कुमारी सैलजा के साथ खड़े होकर उन्होंने अपने इरादे जाहिर भी कर दिए। ऐसे नेता भी सामने आए, जो पिछले कई वर्ष से किसी खेमे में नहीं थे। इन चेहरों के साथ ही पानीपत जिले में कांग्रेस की सियासत में भी हलचल बढ़ गई है। शुक्रवार को संजय अग्रवाल के आवास पर उनका स्वागत करने वालों में कई खेमों के नेता मौजूद रहे। हालांकि, हुड्डा गुट का शाह खेमा सैलजा से दूरी बनाए रहा।
कुमारी सैलजा पानीपत पहुंचीं, स्वागत करने वालों में पूर्व मंत्री बिजेंद्र कादियान भी रहे। अशोक तंवर के प्रदेश अध्यक्ष रहते, कादियान उनके साथ अग्रणी भूमिका में रहे। तंवर ने पार्टी छोड़ी तो हुड्डा के खेमे में आ गए। धर्मपाल गुप्ता, प्रेम सचदेवा और शौर्यवीर भी हुड्डा खेमे में रहे हैं, संजय अग्रवाल के आवास पर सैलजा का स्वागत करने ये दोनों पहुंचे। हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ओमवीर पंवार और महिला कांग्रेस की देहात अध्यक्ष पूनम ङ्क्षसघल भी तंवर के साथ थी, अब इनका झुकाव भी सैलजा की ओर है। जगदेव मलिक पहले हुड्डा, बाद में किरण चौधरी के खेमे में चले गए थे। शुक्रवार को सैलजा का स्वागत करने वालों में वे भी शामिल रहे।
सुरेश गुप्ता को रणदीप सुरजेवाला गुट का कहा जाता है, स्वागत कार्यक्रम में वे भी डटे रहे। पूरे राजनीतिक प्रकरण में खास बात यह कि हुड्डा खेमे के शहर में सबसे मजबूत सिपाही कहे जाने वाले विरेंद्र शाह और उनके समर्थक, पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत करने नहीं पहुंच सके।
इस राजनीति की बड़ी वजह
पानीपत जिले में चार विधानसभा सीटे हैं। इनमें समालखा और इसराना में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। दोनों ही विधायक धर्म सिंह छौक्कर और बलबीर वाल्मीकि, भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे में हैं। पानीपत ग्रामीण और शहर सीट पर कुमारी सैलजा का पसंदीदा उम्मीदवार चुनाव लड़ सकता है। इन दोनों सीटों पर अभी से दावेदारी के लिए सैलजा खेमे में नेता बढऩे लगे हैं। शहर सीट से अगर एक बार फिर बुल्ले शाह पीछे हटते हैं तो संजय अग्रवाल की तरह दूसरे नेताओं को भी टिकट मिलने की उम्मीद बंधी है।