बार में आरओ पर तकरार, आज स्टेट काउंसिल जाएंगे वकील
जिला बार एसोसिएशन का चुनाव तीन अप्रैल है। समय नजदीक खिसकता देख प्रचार सहित प्रतिद्वंद्धियों के बीच तल्खी भी शुरू हो गई है। स्टेट बार काउंसिल के चुनावी शेड्यूल के मुताबिक मौजूदा कमेटी ने रिटर्निंग अधिकारी(आरओ) व तीन सहायक रिटर्निंग अधिकारी (एआरओ) के नाम चयन कर काउंसिल को भेजे हैं। वकीलों का एक खेमा नाराजगी जताते हुए मंगलवार को शिकायत करेगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : जिला बार एसोसिएशन का चुनाव तीन अप्रैल है। समय नजदीक देख प्रचार सहित प्रतिद्वंद्वियों के बीच तल्खी भी शुरू हो गई है। स्टेट बार काउंसिल के चुनावी शेड्यूल के मुताबिक मौजूदा कमेटी ने रिटर्निंग अधिकारी(आरओ) व तीन सहायक रिटर्निंग अधिकारी (एआरओ) के नाम चयन कर काउंसिल को भेजे हैं। वकीलों का एक खेमा नाराजगी जताते हुए मंगलवार को शिकायत करेगा।
प्रधान पद के लिए इस समय मौजूदा प्रधान शेर सिंह खर्ब, एडवोकेट सुरेंद्र दुहन, राज सिंह रावल और राकेश सैनी का नाम सामने आया है। एडवोकेट सुरेंद्र दूहन ने शनिवार को बार के उपाध्यक्ष एडवोकेट आनंद दहिया और सचिव गुरविद्र सिंह विर्क को एक पत्र सौंपा। पत्र में आरओ-एआरओ की नियुक्ति आम सभा में तय करने की मांग की गई। तर्क दिया कि खर्ब खुद चुनाव लड़ रहे हैं, उन्हें आरओ-एआरओ चुनने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए।बार सचिव ने पत्र रिसीव कर 17 फरवरी को मीटिग बुलाने के लिए कहा। दुहन का आरोप है कि प्रधान के कहने पर लाइब्रेरियन ने आम सभा का मैसेज वकीलों को नहीं भेजा।
दुहन के मुताबिक करीब 80-90 वकीलों के हस्ताक्षर युक्त पत्र स्टेट बार काउंसिल को भेजा गया है। मंगलवार को 25 से अधिक वकील काउंसिल के चेयरमैन से मिलेंगे और आम सभा बुलाकर आरओ-एआरओ के नामों पर मुहर लगाने की मांग करेंगे। वर्जन :
आम सभा बुलाकर आरओ-एआरओ का चयन करने का प्रावधान नहीं है। पहले से कमेटी ही नाम स्टेट काउंसिल को भेजती रही है। नियम के विरुद्ध कोई काम न किया है और न करेंगे। आरओ-एआरओ का नाम 25 फरवरी को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। कुछ वकील बिना वजह की बातें कर रहे हैं।
शेर सिंह खर्ब, प्रधान, बार एसोसिएशन पानीपत।