Kurukshetra University को मिली साउथ एशियन यूथ फेस्टिवल की मेजबानी, 10 देशों की दिखेगी संस्कृति
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को प्रदेश में पहली बार होने वाले फेस्टिवल की मेजबानी मिली है। 24 से 28 फरवरी को आयोजित किया जाएगा फेस्टिवल।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, [जगमहेंद्र सरोहा]। साउथ एशियन यूथ फेस्टिवल में भारत समेत दस देशों के युवा एक-दूसरे की संस्कृति साझा करेंगे। प्रदेश में यह फेस्टिवल पहली बार होगा और इसकी मेजबानी पहली बार में ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को मिली है। फरवरी महीने के आखिरी सप्ताह में पांच दिन तक फेस्टिवल चलेगा। इसके सफल आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
साउथ एशियन यूथ फेस्टिवल एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी की ओर से आयोजित किया जाएगा। यह 13वां आयोजन होगा। इस बार 24 से 28 फरवरी को आयोजन की तारीख तय की है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने अपने कैंपस में सफल आयोजन कराने का फैसला लिया है। वाइस चांसलर डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा संबंधित अधिकारियों से लगातार फीडबैक ले रहे हैं। विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक विभाग की भी जल्द ही बैठक ली जाएगी। इसमें फेस्टिवल को लेकर और योजना तैयार की जाएगी।
कलाकार एक-दूसरे की संस्कृति को जान सकेंगे
साउथ एशियन यूथ फेस्टिवल में 10 देशों के करीब 600 प्रतिभागी शामिल होंगे। इसमें 250 भारतीय होंगे और 20 प्रतिभागी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के शामिल होंगे। इसका उद्देश्य एक-दूसरे की संस्कृति को समझना है। प्रतिभागी विद्यार्थी इसके लिए काफी उत्सुक हैं। उन्होंने अब से पहले अपनी तैयारी शुरू कर दी है। स्थानीय कलाकारों को यूथ फेस्टिवल, रत्नावली और उत्तर भारत के युवा महोत्सव में उत्कृष्ट स्थान पाने का काफी सहारा मिलेगा।
इन विधाओं में देंगे प्रस्तुति
लोक नृत्य, फोक आरकेस्ट्रा, शास्त्रीय नृत्य एकल, लाइट वोकल म्यूजिक, डिबेट, भाषण प्रतियोगिता, प्ले मॉडलिंग, ऑन द स्पॉट फोटोग्राफरी व अन्य विधाएं होंगी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय फोक आरकेस्ट्रा, फोक डांस, क्लासिकल नृत्य और फोक कास्टयूम में भाग लेंगे।
विश्वविद्यालय में 24 फरवरी को साउथ एशियन यूथ फेस्टिवल होगा। इस तरह का आयोजन प्रदेश में पहली बार होगा। इससे युवा एक-दूसरे देशों की संस्कृति को समझ सकेंगे।
डॉ. तेजेंद्र शर्मा, डायरेक्टर, जनसंचार विभाग, केयूके।