Move to Jagran APP

कुरुक्षेत्र गीता जयंती महोत्सव में पर्यटकों की पहली पसंद बने खादी से बने वस्त्र, ये है खासियत

कुरुक्षेत्र गीता जयंती महोत्सव में खादी से बने वस्त्र पर्यटकों की पहली पसंद बन रहे है। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में नीलोखेड़ी करनाल मिर्जापुर कुरुक्षेेत्र जींद व यमुनानगर से आए ग्राम उद्योग के स्टाल लगे हुए इन स्टालों पर खादी से बने वस्त्रों की लोग जमकर खरीदारी कर रहे है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 02:55 PM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 02:55 PM (IST)
कुरुक्षेत्र गीता जयंती महोत्सव में पर्यटकों की पहली पसंद बने खादी से बने वस्त्र, ये है खासियत
गीता जयंती महोत्सव में खादी से बने वस्त्रों का क्रेज।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में जहां एक ओर शिल्पकार अपनी हस्तकला का प्रदर्शन कर रहे है वहीं ब्रह्मसरोवर के दक्षिणी दिशा के पावन घाट पर स्टाल नंबर 386 से 428 तक खादी ग्राम उद्योग की झलक देखने को मिल रही है। लोग यहां पर जमकर खरीददारी कर रहे है।

loksabha election banner

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में नीलोखेड़ी, करनाल, मिर्जापुर कुरुक्षेेत्र, जींद व यमुनानगर से आए ग्राम उद्योग के स्टाल लगे हुए इन स्टालों पर खादी से बने वस्त्रों की लोग जमकर खरीदारी कर रहे है। नीलोखेड़ी से आए शेषनाथ ने बताया कि यह वस्त्र खादी के कपड़े से बनाएं जाते हैं और यह वस्त्र सर्दियों में गर्म और गर्मियों में ठंडे रहते है। उन्होंने बताया कि इन वस्त्रों को पहनने से त्वचा अच्छी रहती है। सरकार का उद्देश्य है कि इस उद्योग केंद्र से युवा,महिलाओं को रोजगार मिले। इस खादी ग्राम उद्योग से युवा व महिलाएं जुड़कर अपनी आमदनी का साधन भी बना सकते है।

युवाओं को प्रदान किए अवसर

इस खादी ग्राम उद्योग से महिलाओं और युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहा है। जिसमें बुनकर व कई तरह के कारिगर अपनी कारीगिरी के बल पर ही रोजगार  के कागार पर खडे हो सकते है। यह खादी ग्राम उद्योग महिलाओं को खाली समय में घर पर ही बुनकर, सिलाई  इत्यादि का काम करने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में कोटन, खादी के कपडे और उन से बने खेस, चादर, जर्सी, जैकेट, कोट व कुर्ता पजामा का कपडा लेकर आए है जोकि पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है।

सरस और क्राफ्ट मेले में खान-पान आ रहा पसंद

सरस और क्राफ्ट मेले में खान-पान के स्टाल पर भी खासी भीड़ रहती है। पर्यटक सुबह ही पहुंच जाते हैं। वे दोपहर के समय फास्ट फूड और जलेबी सहित अन्य खाने पीने का सामान जमकर खा रहे हैं। ऐसे में इन स्टाल मालिकों के भी चेहरे खिल उठे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.