अंबाला के कुल्लहड़पुर गांव में कीड़ों का कहर, नाक में घुसते तो कभी कान में
अंबाला के कुल्लहड़पुर गांव में लाल कीड़ों की वजह से लोग परेशान है। कीड़ों की वजह से गांव के लोगों का उठना बैठना भी मुश्किल हो गया है। कभी नाक तो कभी कान में घुसने का खतरा मंडराता र
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। हरियाणा के अंबाला में लाल कीड़ों का कहर है। कीड़ों की वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। सोते, उठते, बैठते हर समय कीड़ों का डर सताता रहता है। खासतौर पर बच्चों के कभी नाक में तो कभी कान में कीड़े घुस रहे हैं। इनका अड्डा पास स्थित एक अनाजमंडी है।
दरअसल, अंबाला के नारायणगढ़ तहसील के कुल्लहड़पुर गांव है। यहां पर बीते कुछ दिनों से लाल कीड़े सुरसुरी का आतंक है। यह कीड़ा लोगों के घरों में काफी तादाद में घुस रहे हैं। खाने के सामान से लेकर लोगों के शरीर में कीड़े रेंग रहे हैं। ऐसे में यहां के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
गांव के सरपंच चरण सिंह ने बताया कि नारायणगढ़ रोड पर स्थित कुल्लरपुर गांव की आबादी करीब 1200 है। यहां पर एफसीआई का गोदाम है। इस गोदाम में गेहूं और चावल रखा हुआ है। यहां अनाज सड़ रहा है, जिसमें सुरसुरी यानी लाल कीड़े हो गए हैं।
सरपंच चरण सिंह ने बताया कि लाल कीड़ों की वजह से लोग न घर के अंदर रह सकते और न बाहर। यहां तक अनाज में भी ये कीड़े पहुंच जा रहे हैं। बच्चों के नाक और में कान में भी कीड़े घुस रहें हैं। एफसीआई अधिकारियों से इसकी शिकायत की बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ग्रामीणों का कहना है कि ये सुरसुरी यानी लाल कीड़े उड़कर आ जा रहे हैं। इनकी संख्या काफी अधिक है। अब तो घर के अंदर ये काफी ज्यादा संख्या में रेंग रहे हैं। सरपंच ने बताया कि एफसीआई अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया अनाजमंडी में दवा डाल दी गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा ही दो साल पहले भी हुआ था। कीड़े काफी ज्यादा संख्या में घरों में मंडरा रहे थे। ये कीड़े चीटियों की तरह काटते हैं। साथ ही नाक और कान और खाद्य सामग्री में घुस जाते हैं। इस वजह से काफी ज्यादा समस्या होती है।