Move to Jagran APP

कुलदीप शर्मा बोले- CBI से करवाई जाए शराब घोटाले की जांच, SIT कर रही औपचारिकता

विधानसभा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कहा प्रदेश में हुए शराब घोटाले की जांच सीबीआई या फिर उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से करवाई जाए। एसआइटी की जांच महज लीपापोती है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 19 May 2020 07:13 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 07:13 PM (IST)
कुलदीप शर्मा बोले- CBI से करवाई जाए शराब घोटाले की जांच, SIT कर रही औपचारिकता
कुलदीप शर्मा बोले- CBI से करवाई जाए शराब घोटाले की जांच, SIT कर रही औपचारिकता

करनाल, जेएनएन। लॉकडाउन में हुए शराब घोटाले को लेकर अब तीखी बयानबाजी शुरू हाे गई है। हरियाणा में विधानसभा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कहा प्रदेश में हुए शराब घोटाले की जांच सीबीआई या फिर उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से करवाई जाए। एसआइटी की जांच महज इस मामले पर लीपापोती करना है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में सैनिटाइजर बनाने के नाम पर भी घोटाला हुआ है। सरकार ने अपने चहेतों को ठेके दिलवाए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार कोरोना से देश को बचाने में विफल रही हैं।

loksabha election banner

उन्होंने मानव सेवा संघ में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत की। इस अवसर पर उनके साथ कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन ङ्क्षसह भी थे। पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कहा कि कोरोना काल अब तक सबसे बड़ा घोटाला काल हैं। इसमें देश और प्रदेश में करोड़ों रुपए के घोटाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा-जेजेपी गठबंधन मजबूरी की सरकार बन कर रह गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कोराना फंड के नाम पर भाजपा नेताओं ने अवैध वसूली की है। राशन के नाम पर घोटाला हुआ है।

पूर्व स्पीकर ने कहा कि किसानों को उनकी फसल का भुगतान नहीं मिल रहा हैं। किसानों को ना तो मुआवजा मिला है और ना ही उचित मूल्य। पीएम और सीएम केयर फंड से किसी गरीब की मदद नहीं हुई हैं। इस अवसर पर हरी राम साभा, विनोद शर्मा, धर्मपाल कौशिक, परमजीत भारद्वाज, डा. फतेह चंद व जितेंद्र पांचाल मौजूद थे।  

आवर्धन नहर में कटाव के लिए दोषी अधिकारियों पर हो कार्रवाई

पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार के छह साल के कार्यकाल में नहरों का रखरखाव नहीं हुआ है। उसका खामियाजा रांवर तथा आसपास के गांवों के लोगों को भुगतना पड़ा। ग्रामीणों ने कटाव का संदेह पहले ही जताया था लेकिन अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.