कुरुक्षेत्र में किसान महापंचायत से बढ़ींं चुनावी सरगर्मियां, पंजाब पर नजरें, पढ़े पूरा मामला
22 सितंबर को कुरुक्षेत्र में किसान महापंचायत होनी है। अनाज मंडी में किसान बचाओ देश बचाओ किसान महापंचायत में ज्यादा से ज्यादा लोगों के आने का आह्वान किया गया है। महापंचायत में पंजाब के बड़े किसान नेताओं के आने की उम्मीद है।
इस्माईलाबाद (कुरुक्षेत्र), संवाद सहयोगी। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले यहां अनाज मंडी में किसान बचाओ देश बचाओ किसान महापंचायत 22 सितंबर इस्माईलाबाद में होगी। इसमें हरियाणा, पंजाब और यूपी के किसान बड़ी संख्या में जुटेंगे। किसान नेताओं ने गांव दर गांव निमंत्रण देना शुरू कर दिया है। यह महापंचायत साथ लगते पंजाब में विधानसभा चुनाव में सरगर्मियां बढ़ जाएंगी।
अंबाला हिसार हाईवे किनारे बसे इस्माईलाबाद में किसान नेता तीन कानून के आंदोलन के चलते पहली बार एक मंच से दहाड़ने जा रहे हैं। अनाज मंडी के तीन द्वारों से किसान प्रवेश करेंगे। विशाल मंच सजाया जाएगा। इस मंच से फिलहाल भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम चढूनी के संबोधन का कार्यक्रम फाइनल हो चुका है। उनके साथ राकेश टिकैत, बलबीर राजेवाल सहित कई बड़े किसान नेता पहुंच सकते हैं। भाकियू की हल्का इकाई ने कार्यक्रम को सफल बनाने का जिम्मा संभाला हुआ है। हल्का के कार्यकारी प्रधान सुख¨वद्र सिंह औलख और युवा नेता सोनू सामरा ने बताया कि किसानों के लिए हर प्रकार के इंतजाम किए जाएंगे। किसानों की मानें तो दो दशक के समय में यह मंडी में पहला बड़ा आयोजन होने जा रहा है।
पंजाब के नेता होंगे शामिल
मंच से भी पंजाब के कई बड़े किसान नेता संबोधन देंगे। ऐसे में महापंचायत को लेकर सरकारी अमला भी चौक चौबंद व्यवस्था में जुटा हुआ है। गुप्तचर विभाग निरंतर सक्रिय हो उठा है।
50 गांवों के किसानों की टीम तैयार
हल्का इकाई ने आसपास के पचास गांवों के किसानों की टीम तक तैयार की हुई है। इस आयोजन को लेकर साथ लगते पंजाब के गांवों में भी उत्साह है। यहां से पंजाब सीमा मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर है। अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव है। गुरनाम चढूनी पहले भी पंजाब मिशन को सफल बनाने की हुंकार भर चुके हैं। ऐसे में यह महापंचायत कई मायनों में पंजाब के चुनावी रण के लिए बड़ी रणभेरी साबित हो सकती है।