फसल की पेमेंट न मिलने से किसान नाराज, एमडी को दी शिकायत
पिछले ढ़ाई माह से गन्ने की 20 फीसद पेमेंट अटकी होने से किसानों में रोष है। बृहस्पतिवार को शुगर मिल में एकत्रित हुए किसानों ने अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने एमडी शुगर मिल बीर ¨सह को मामले से अवगत कराया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : पिछले ढ़ाई माह से गन्ने की 20 फीसद पेमेंट अटकी होने से किसानों में रोष है। बृहस्पतिवार को शुगर मिल में एकत्रित हुए किसानों ने अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने एमडी शुगर मिल बीर ¨सह को मामले से अवगत कराया। बिरेंद्र कादियान, जयकुमार, दीपक त्यागी, संदीप त्यागी, ब्रह्मपाल नागर पसीना, महेश त्यागी, देवेंद्र, बिजेंद्र कादियान ने बताया कि उनकी लगभग 7.38 करोड़ रुपये की पेमेंट शुगर मिल की ओर बकाया है। वहीं विभागीय अधिकारी मिल रिपेय¨रग के कार्य में ढीला रवैया अपना रहे है। इससे सत्र 2018-19 में उनकी फसल खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। फसल को बर्बादी से बचाने के लिए उन्होंने आगामी एक नवंबर से मिल में गन्ने की पिराई शुरू करवाने की मांग की। अधिकारियों से नाराजगी के चलते किसानों ने लघु सचिवालय में डीसी सुमेधा कटारिया को शिकायत देने का फैसला लिया। हालांकि डीसी सुमेधा कटारिया के कार्यालय में न होने की बात पता लगने पर किसान शुगर मिल से ही वापस लौट गए।
पुलिस शिकायत को बताया गलत, आरोप निराधार
बीती 9 जून को अधिकारियों के निर्देशों पर कर्मचारियों ने शुगर मिल में गन्ने की पिराई बंद कर दी थी। 10 जून को किसानों ने मिल के बाहर हंगामा कर रोष जताया तो अधिकारियों ने 8 मरला चौकी पुलिस को मामले से अवगत कराया और शिकायत दी। बृहस्पतिवार को शुगर मिल में एकत्रित हुए किसानों ने अधिकारियों के आदेशों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने किसानों पर गाली-गलौज करने और रोड जाम करने की झूठी शिकायत दी है।