शिक्षकों की कमी पर ग्रामीणों का हंगामा, जींद के इस स्कूल में जड़ा ताला
शिक्षकाें की कमी के कारण स्कूल में शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। ऐसे में ग्रामीणों और छात्रों का आक्रोश बढ़ता जा रह है। जींद के खरक भूरा गांव के ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए स्कूल के गेट पर ताला लगा दिया।
जींद, जागरण संवाददाता। चिराग योजना के खिलाफ और स्कूल में अध्यापकों की नियुक्ति की मांग को लेकर गांव युवा मंडल प्रधान रेखा रानी, ग्रामीण महिलाओं, अभिभावकों राजकीय उच्च विद्यालय गांव खरक भूरा स्कूल को ताला जड़ दिया। युवा मंडल प्रधान रेखा रानी व ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है।
सरकार ने यहां से शिक्षकों को तबादला तो कर दिया, लेकिन उनके बदले अन्य शिक्षकों को नहीं भेजा है। सूचना मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को बातचीत के लिए राजी किया। इसके बाद स्कूल गेट से ताला खोल कर लोगों के साथ बातचीत की गई।
इन लोगों ने कहा कि स्कूल में अध्यापक भेजे जाएं नहीं तो बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। आनलाइन ट्रांसफर पालिसी में विज्ञान, संस्कृत गणित का अध्यापक का तबादला होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कई महीनों से मुख्याध्यापक का पद भी खाली है। जब तक स्कूल में सभी अध्यापक नहीं आ जाते, तब तक विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा।
खंड शिक्षा अधिकारी के आश्वासन पर ग्रामीणों ने स्कूल का ताला खोला। खंड शिक्षा अधिकारी ने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की मांग को सरकार तक पहुंचा जाएगा। बच्चों की पढ़ाई किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होगी।
रेखा रानी ने कहा कि सरकार नई शिक्षा नीति और चिराग जैसी योजनाओं के माध्यम से शिक्षा को आम जनता की पहुंच से बाहर कर रही है। शिक्षा के नीजीकरण, केंद्रीयकरण की नीतियों को आगे बढाने का प्रयास किया जा रहा है। आज 4800 सरकारी स्कूलों को मर्ज के नाम पर बंद किया जा चुका है। ऐसे ऐसे स्कूलों को बंद किया जा रहा है जहां बच्चों की संख्या 500 से भी अधिक है। इस मौके पर रामेश्वर, कालू पहलवान, दीपू पंडित, सुदेश, सरोज, पूनम, शीला, अंगूरी ,ममता, भतेरी, सुमन,दिव्या, मनीषा, जगीरो,कमलेश मौजूद रहे ।