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Pulwama terror attack के बाद कश्‍मीरी विद्यार्थियों की मुसीबत, हमले व विरोध से दहशत में

पुलवामा हमले के बाद हरियाणा में पढ़ रहे कश्मीरी विद्यार्थियों की मुसीबत आ गई है। लोगों के विरोध के कारण दहशत के कारण वे अपने घर लौट रहे हैं। अंबाला से ही 75 विद्यार्थी चले गए हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 11:14 AM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 11:14 AM (IST)
Pulwama terror attack के बाद कश्‍मीरी विद्यार्थियों की मुसीबत, हमले व विरोध से दहशत में
Pulwama terror attack के बाद कश्‍मीरी विद्यार्थियों की मुसीबत, हमले व विरोध से दहशत में

पानीपत, जेएनएन। पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले का असर हरियाणा में पढ़ रहे कश्‍मीरी विद्र्या‍थियों पर भी पड़ा है। इन विद्यार्थियो को लोगों का विरोध झेलना पड़ रहा है। अंबाला के मुलाना में तो दो कश्‍मीरी छात्रों पर हमला भी हुआ। उनको मुलाना छोड़ने की धमकियां भी दी गईं। इसी तरह यमुनागनर अौर पानीपत में भी उनका विराेध हुआ है। इससे ये विद्यार्थी दहशत में हैं और वे यहां से पलायन कर कश्‍मीर लौट रहे हैं।

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दो दिन पहले अंबाला के मुलाना में कुछ लोगों ने महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी के एक छात्र का बाल्‍टी मारकर सिर फोड़ दिया। एक अन्‍य कश्‍मीरी विद्यार्थी पर हमला किया गया। इसके बाद 75 छात्र यूनिवर्सिटी छोड़ चुके हैं। पुलिस द्वारा सुरक्षा का भरोसा दिलाए जाने के बावजूद उन पर असर नहीं हो रहा है और उनका पलायन जारी है। 

वहीं, यमुनानगर के हरियाणा इंजीनियरिंग कॉलेज में बजरंग दल के युवक पहुंच गए। यहां पढ़ रहे 46 कश्‍मीरी छात्रों का विरोध कर दिया। मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा। यमुनानगर के ही बिलासपुर के गणपति ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के हॉस्टल में कश्मीर के जितने भी छात्र रह रहे थे, सभी अपने घर को लौट गए। अब हॉस्टल में केवल जम्मू के विद्यार्थी रह गए हैं। सुरक्षा के लिहाज से कॉलेज में पुलिस तैनात है। कॉलेज में आरपीएफ की परीक्षा भी हो रही है, जिसमें प्रत्येक युवक को तलाशी के बाद ही अंदर जाने दिया जा रहा है। शहर, रादौर व सरस्वती नगर के संस्थानों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

अंबाला में हुआ हमला, पानीपत और यमुनानगर में हंगामा

बिलासपुर के गणपति इंस्टीट्यूट में ही पढ़ने वाले जम्मू के एक विद्यार्थी ने बताया कि इस वक्त हॉस्टल में केवल जम्मू के ही विद्यार्थी रह गए हैं। इनमें कश्मीर का कोई छात्र नहीं है। जो छात्र कश्मीर के थे, वो यहां से चले गए हैं। वे वापस कब लौटेंगे, इस बारे में उसे कुछ पता नहीं। इस बारे में दो छात्रों से बात भी हुई थी, जिन्होंने बताया था कि जब तक पुलवामा हमले को लेकर देश में हालात सामान्य नहीं हो जाते, तब तक वे वापस नहीं आएंगे। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं कोई उन पर हमला न कर दे। घर पर कम से कम सुरक्षित तो हैं।

बिलासपुर के गणपति इंस्टीट्यूट में तैनात सुरक्षाकर्मी।

कोई दिक्कत नहीं, दिल जरूर घबराता है

रादौर के शिक्षण संस्थान में पढ़ाई कर रहे कश्मीर के छात्र से बात की गई तो उसका कहना है कि उनको कोई दिक्कत नहीं है। तरह-तरह की बातें सुनकर दिल जरूर घबराता है। उनके परिजन भी बार बार उनसे संपर्क कर रहे हैं। संस्थान की ओर से अच्छा माहौल मिल रहा है।   

जम्मू के डीजीपी भी कॉलेज मैनेजमेंट के संपर्क में

देश में कुछ जगहों पर कश्मीरी छात्रों पर हमला होने के बाद जम्मू प्रशासन भी हरकत में है। बिलासपुर के अलावा रादौर क्षेत्र के कॉलेजों में जम्मू व कश्मीर, दोनों जगहों के छात्र बीटेक व फार्मेसी कर रहे हैं। जम्मू प्रशासन को इन कॉलेजों में पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा की चिंता सता रही है। सुबह व रात को जम्मू के डीजीपी अब यमुनानगर प्रशासन के साथ-साथ कॉलेज मैनजमेंट से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। डीजीपी मैनेजमेंट से पूछ रहे हैं कि बच्चों को किसी तरह की दिक्कत तो नहीं हैं।

कश्मीरी छात्रों का डाटा जुटाने में लगा खुफिया तंत्र

बताया जा रहा है कि पुलवामा हमले के बाद यमुनानगर जिला प्रशासन के साथ-साथ खुफिया तंत्र भी अलर्ट हो गया है। खुफिया तंत्र जिले में रहने वाले कश्मीरी छात्रों का डाटा जुटाने में लगा है। इसके लिए न केवल कॉलेज में जाकर इनकी जानकारी जुटाई जा रही है, बल्कि उन लोगों से भी संपर्क किया जा रहा है, जिनके यहां किराये पर रहते हैं। अभी तक 490 का डाटा जुटा चुके हैं।

कश्‍मीरी श्रमिकों का  काम बंद कराया

साढौरा में दो दिन पहले कश्मीर लोगों को वापस भेजने की आवाज उठ चुकी है। यहां पर कश्मीर के लोग सीवर लाइन बिछाने का काम कर रहे थे। बाद में उन्होंने काम बंद कर दिया। हालांकि इसके अलावा अभी तक किसी भी संस्थान से किसी भी तरह की दिक्कत की बात सामने नहीं आई।

पुलिस भी कर रही गश्त

थाना बिलासपुर एसएचओ सुनील ने बताया कि क्षेत्र के जितने भी कॉलेजों में जम्मू व कश्मीर के छात्र पढ़ रहे हैं, उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं है। सभी सुरक्षित हैं। कॉलेजों के अंदर व आसपास पुलिस समय-समय पर गश्त कर रही है। सभी कॉलेज संचालकों से कहा गया है कि यदि किसी तरह की दिक्कत है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।

इस वक्त गणपति इंस्टीट्यूट में केवल जम्मू के छात्र हैं  : मनीष बिंदा

बिलासपुर के गणपति इंस्टीट्यूट के चेयरमैन मनीष बिंद्रा ने बताया कि इस वक्त हमारे पास केवल जम्मू के छात्र रह गए हैं। कश्मीर के छात्र अपने घर पर चले गए हैं। जिस तरह से सोशल मीडिया पर कश्मीरी छात्रों को लेकर बातें की जा रही है उससे कहीं न कहीं वे डरे हुए हैं। उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वे वापस तो आएंगे लेकिन कब तक इस बारे कुछ कहा नहीं जा सकता।

पानीपत में युवाओं ने काटा बबाल

कुछ युवाओं ने नौल्था स्थित गीता इंजीनियरिंग कॉलेज में जोरदार प्रदर्शन किया। कॉलेज के बाहर कुछ देर तक हंगामा काटा। कॉलेज प्रबंधन समिति ने किसी भी कश्मीरी युवा के न होने की सफाई देकर आक्रोशित युवाओं को शांत किया। नौल्था गांव के कुछ युवा कैंडल मार्च में प्रदर्शन करते हुए गीता इंजीनियरिंग कॉलेज में पहुंच गए। युवाओं ने कॉलेज गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। इसकी सूचना मिलते ही ग्राम पंचायत सरपंच अजमेर सिंह और थाना इसराना प्रभारी विजय कुमार मौके पर पहुंचे।

पांच कॉलेजों में कश्मीरी युवा कर रहे हैं पढ़ाई

पानीपत के पांच कॉलेजों में कश्मीरी युवा इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार जिला में करीब 162 कश्मीरी हैं। इनमें 161 इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि एक कश्मीरी समालखा के एक इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज में कार्यरत है। जिनमें से 125 युवा रेगुलर रहकर पढ़ाई कर रहे हैं और 38 युवा परीक्षा देने ही आते हैं।

पानीपत के किस कॉलेज में कितने कश्मीरी

गीता इंजीनियरिंग कॉलेज में 57, पाइट कॉलेज समालखा में 31 स्टूडेंट और एक टीचर और एपिट एसडी इंडिया में एक कश्मीरी विद्यार्थी पढ़ाई कर रहा है। इसके अलावा गीता लॉ कॉलेज करहंस और एसजीआई हथवाला में भी पढ़ाई कर रहे हैं।

अंबाला में मारपीट करने वालों पर केस दर्ज, सरपंच भी फंसा

अंबाला में पढऩे वाले कश्मीरी छात्रों के साथ मारपीट के मामले में अब पुलिस ने मुलाना थाने में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए है। पहले मामले में जहां हेडकांस्टेबल की शिकायत पर कश्मीरी छात्र के कमरे में घुसकर उससे मारपीट करने का मामला दर्ज किया है। वहीं दूसरा मामला थाने के सिक्योरिटी एजेंट ने दर्ज करवाया है जिसमें दुकान पर सामान लेने गए एक अन्य कश्मीरी छात्र से कुछ अज्ञात लोगों ने मारपीट की है।

इस तरह दर्ज हुए मामले

पहले मामले में मुलाना थाने में बतौर सिक्योरिटी एजेंट तैनात कपिल देव ने शिकायत दी है कि 16 फरवरी की शाम को करीब 5 बजे एक कश्मीरी छात्र देवी मंदिर के सामने शहीद भगत सिह चौक के पास सामान लेने गया था। यहां कुछ अज्ञात युवकों ने उस छात्र के साथ बुरी तरह मारपीट की। पता करने पर युवक की पहचान अजहर शेहुल इस्लाम निवासी गांव सीलु सोपोर जिला बाहरामुल्ला थाना सोपोर जम्मू कश्मीर के रूप में हुई।

वहीं दूसरे मामले में मुलाना थाने में कार्यरत जवान नरेश कुमार ने शिकायत दी है कि उसके मोबाइल पर वाट्सएप ग्रुप में एक वीडिया आया। इस वीडियो में दिखाया गया कि एक कश्मीरी छात्र अपने कमरे में है और कुछ अज्ञात लोग उसके कमरे में आकर एक घंटे के अंदर-अंदर यहां से निकलने की धमकी दे रहे है। साथ ही इन लोगों ने कश्मीरी छात्र की जूते से पिटाई करते हुए उसे एक घंटे में यहां से नहीं जाने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इसी वीडियो के आधार पर पुलिस ने अब केस दर्ज किया है।

वीडियो वायरल करने वाले सरपंच फंसे

वहीं यूनिवर्सिटी में पढऩे वाले छात्र जो कि यहीं आसपास के गांवों में लोगों के घरों में किराए पर रहते थे, उन्हें मुलाना व बराड़ा के पूर्व सरपंचों ने अपने-अपने घरों से निकालने के लिए भी धमकी दी थी। साथ ही कश्मीरी छात्रों को अपने घरों से बाहर नहीं निकालने पर गद्दार होने की बात भी कही थी। यह दोनों ही बातें वायरल हुई वीडियो में भी साफ पता चल रही थी। इसी कारण अब पुलिस ने वीडियो में बोलते दिख रहे बराड़ा के पूर्व व मुलाना के मौजूदा सरपंच के खिलाफ भी डीडीआर दर्ज कर ली है।    


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