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Kartik Purnima 2021: पानीपत के यमुना घाट पर होगा दीपदान, जानिए क्या है तैयारी

Kartik Purnima 2021 पानीपत के यमुना घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर दीपदान का कार्यक्रम है। देवताओं का पृथ्वी पर स्वागत करने के लिए दीपदान किया जाता है। नदियों के किनारे दीप दान करने को लेकर भी कई मान्यताएं है। जानिए दीपदान से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Thu, 18 Nov 2021 06:45 PM (IST)Updated: Thu, 18 Nov 2021 06:45 PM (IST)
Kartik Purnima 2021: पानीपत के यमुना घाट पर होगा दीपदान, जानिए क्या है तैयारी
Kartik Purnima 2021: पानीपत के यमुना घाट पर दीपदान कार्यक्रम।

सनौली(पानीपत), संवाद सहयोगी। Kartik Purnima 2021: कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली का पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा। देव दीपावली की पूर्व संध्या पर समाजसेवी संस्था के लोगों ने यमुना किनारे सफाई अभियान चलाया हैं। देव दीपावली पर नदियों के किनारे दीप दान करके उत्सव मनाने वाले धर्मावलंबियों पर ईश्वर की असीम अनुकंपा होती है। कहते हैं कि सात जन्म तक व्यक्ति ज्ञानी और धनवान बना रहता है। देव दीपावली पर देवताओं का पृथ्वी पर स्वागत करने के लिए दीपदान व पूजन किया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शंकर ने कार्तिक पूर्णिमा पर त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। इसी खुशी में देवताओं ने दीपावली मनाई थी, जिसे देव दीपावली की मान्यता मिली है।

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देव दीपावली आंतरिक चेतना का पर्व

सुभाष गिरी महाराजपंडित सुभाष गिरी महाराज ने बताया कि देव दीपावली आंतरिक चेतना को जीवंत करने का पर्व है। पर्व पर नदियों के तट पर दीपदान करने पर ईश्वर की कृपा प्राप्ति होती है। हर सनातन धर्मावलंबी को देव दीपावली पर्व पर पूर्वजों के अलावा घर के समस्त सदस्यों के नाम एक-एक दीपक अवश्य जलाना चाहिए।

यमुना के पास चलाया सफाई अभियान।

देव दीपावली भाग्य को पूजा करने का पर्व : रतन सिंह रावल

यमुना सुधार समिति के प्रदेशाध्यक्ष रतन सिंह रावत एडवोकेट ने कहा कि देव दीपावली भाग्य को उदय करने का पर्व है। पर्व पर देवता पृथ्वी पर आते हैं । सुबह गंगा, यमुना स्नान करके शाम को दीप दान करने वाले भक्तों का ईश्वर से मिलन होता है। सभी को दीपदान करना चाहिए।

मनुष्य की काया पवित्र होती है : राममेहर पांचाल

जय भारत इंटरनेशनल स्कूल सनौली खुर्द के चेयरमैन राममेहर पांचाल का कहना है कि जीवन सुखमय बनाने के लिए देव दीपावली पर्व पर यमुना किनारे दीपदान अवश्य करना चाहिए। नदियों के तट पर दीपदान करने से मनुष्य की काया पवित्र होती है। इस बार कोरोना में मृत आत्माओं की शांति के निमित्त भी दीपक जलाएं। सफाई अभियान में सहयोग कियाराममेहर पांचाल, एडवोकेट रतन सिंह रावल, ग्राम सुधार युवा मंडल एवं सरस्वती रामलीला समिति सनौली खुर्द के सदस्यों व सिंचाई विभाग के गोताखोर राजकुमार टीम सहित पहुंचे। यहां देव दीपावली के दिन दीपक जलाएंगे। बता दें कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण का संयोग बन रहा है। देश के कुछ प्रदेशों में आर्थिक रूप से चंद्र ग्रहण दिखेगा लेकिन उसका प्रभाव नहीं पड़ेगा।


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