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काश! हेलमेट पहने होता, शायद बच जाती कबड्डी खिलाड़ी की जान Panipat News

पानीपत में एक कबड्डी खिलाड़ी की मौत हो गई। अंधेरे में खड़े गोवंश से उसकी बाइक टकरा गई। खिलाड़ी ने हेलमेट नहीं पहना था। सिर में चोट लगने की वजह से मौत हो गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 02 Sep 2019 08:57 AM (IST)Updated: Mon, 02 Sep 2019 08:57 AM (IST)
काश! हेलमेट पहने होता, शायद बच जाती कबड्डी खिलाड़ी की जान Panipat News
काश! हेलमेट पहने होता, शायद बच जाती कबड्डी खिलाड़ी की जान Panipat News

पानीपत, जेएनएन। बेसहारा गोवंश जानलेवा साबित हो रहे है। शनिवार की रात भी असंध रोड पर खुखराना गांव के पास सीमेंट प्लांट के गेट नंबर एक  के  सामने सांड से टकराने पर बुड़शाम वासी बाइक सवार कबडडी खिलाड़ी आशु (19) की मौत हो गई। हादसा उस वक्त का है, जब रात 9:45 बजे के करीब वो रिश्तेदार के यहां से घर लौट रहा था। रात के अंधेरे में सांड दिखाई न देने पर टकराने ये हादसा हुआ। 

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जानकारी के मुताबिक बुड़शाम वासी आशु पुत्र कृष्ण शनिवार को नारा गांव में रिश्तेदार के घर गया हुआ था। रात में जब वो बाइक  पर घर लौट रहा था। जैसे ही खुखराना गांव के पास सीमेंट प्लांट के सामने पहुंचा तो सड़क के बीचो बीच खड़ा सांड अंधेरे में दिखाई न देने पर बाइक की उससे सीधी टक्कर हो गई। टकराने के बाद आशु सड़क पर जा गिरा। उसे सीमेंट प्लांट की एम्बुलेंस से पानीपत के सामान्य अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जांच अधिकारी वजीर सिंह ने बताया कि मृतक के शव का रविवार को पानीपत सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया। 
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मृतक पशु का फाइल फोटो।

सिर में आई चोट
हादसे के वक्त आशु ने सिर पर हेलमेट नहीं पहना था। सांड से टकराने के बाद सड़क पर सिर लगने के बाद से उसे अंदरूनी चोट आई। नाक से खून बहा। हेलमेट पहना होता तो शायद उसकी जान बच जाती।

पहले भी हुआ था हादसा
दोस्त राहुल ने बताया कि आशु एसडी कॉलेज से बीकॉम कर रहा था। कई साल पहले भी एक्सिडेंट होने पर उसे गंभीर चोट आई थी, कई माह में चल सका था। लेकिन इस बार तो हादसे ने उसकी जान ही ले ली। उसने बताया कि आशु पहले कबडडी खेला करता था। तीन भाई बहनों में वो सबसे बड़ा था। 

सड़क पर लगा रहता है जमावड़ा
खुखराना वासी जसवीर, रवि, विकास, मोनू, तेजबीर, बलवान, देवेंद्र ने बताया कि गांव में बेसहारा गोवंश की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दिन भर इधर उधर घूमने के बाद शाम होते ही उनका सड़क पर जमावड़ा लग जाता है। जो अंधेरे में दिखाई न देने पर  लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे है। उन्होंने बताया कि हर रोज कोई न कोई गोवंश से टकरा कर चोट खा रहा है। 


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