कूड़ा उठान में फेल कंपनी ने कैश कलेक्शन के लिए दूसरी कंपनी को दिया ठेका
नई कंपनी सितंबर माह से कैश कलेक्शन शुरू कर देगी। शहरवासियों का आरोप है कि जेबीएम कंपनी के आने के बाद कूड़ा उठान का बजट एक से डेढ़ करोड़ हो गया है ।
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान में अब तक फेल साबित रही जेबीएम कंपनी ने शहर में फिर से डोर-टू-डोर कैश कलेक्शन शुरू करने फैसला लिया है। कंपनी ने सुनीता इंटरप्राइजिज को इसका ठेका दे दिया है। नई कंपनी सितंबर माह से कैश कलेक्शन शुरू कर देगी। शहरवासियों का आरोप है कि जेबीएम कंपनी के आने के बाद कूड़ा उठान का बजट एक से डेढ़ करोड़ हो गया है । इसके बावजूद शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर भी बढ़ गए हैं।
सुनीता इंटरप्राइजिज के संचालक रोहित ग्रोवर और पूजा के प्रतिनिधि सतबीर दहिया ने कैश कलेक्शन के तीन साल के एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए। दोनों कंपनियों के प्रतिनिधि शुक्रवार को मीडिया सेंटर में मीडिया से रूबरू हुए। रोहित ग्रोवर ने बताया कि शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान को सुधारा जाएगा। उनकी कंपनी को अब कैश कलेक्शन का ठेका दिया है। उन्होंने 1 से 12 वार्ड में कैश कलेक्शन करने का फैसला लिया है। एक सितंबर से शहर में डोर-टू-डोर कैश वसूला जाएगा। कंपनी इससे पहले इन वार्डों में कूड़ा उठान का सर्वे करेगी। शहरवासियों से बात कर पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यहां पर जरूरत अनुसार ट्रैक्टर-ट्राली, रेहड़ी और दूसरे वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे।
सात माह में दावे हकीकत से कोसों दूर रहे : जेबीएम कंपनी ने 22 फरवरी 2018 को डोर-टू-डोर कूड़ा उठान शुरू किया था। शहरवासियों की उस वक्त कंपनी से उम्मीद बन गई थी। कंपनी कुछ ही दिनों बाद कूड़ा उठान में ढीली पड़ गई। कंपनी ने 26 मार्च को इसकी री-लां¨चग की। कंपनी कूड़ों का उठान नहीं कर सकी। इन सात माह में कंपनी के कर्मी चार बार हड़ताल पर जा चुके हैं। कंपनी ने गत महीने ही शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान बंद कर दिया था। तत्कालीन एजीएम का कहना था कि उनको निगम से पेमेंट नहीं मिल पा रही है। वे सेकेंडरी प्वाइंट से ही कूड़ा उठान करने की स्थिति में हैं।
शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर
कंपनी शहर से कूड़ा उठान कका दावा कर रही है, लेकिन शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। असंध रोड स्थित सेकेंडर प्वाइंट से गत तीन दिन से कूड़े का उठान नहीं हो पाया है। निगम कर्मचारियों की हड़ताल को जेबीएम कंपनी के कर्मियों ने भी समर्थन दिया था। उस वक्त शहर में महामारी फैलने का खतरा बन गया था।
वर्जन
कंपनी के आगे किसी कंपनी को कैश कलेक्शन का ठेका देना मेरी जानकारी में नहीं है। मैं इस बारे में सोमवार को ही कुछ बता सकता हूं।
राजेश पांडेय, जीएम, जेबीएम, पानीपत।